झूठे सपने दिखानें में भाजपा नेताओं को महारत हासिल है : सुरेन्द्र कुमार
मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने भाजपा के निरन्तर दुष्प्रचार व नित नए झूठे आरोपों को भाजपा नेताओं की निराशा व कुंठा बताया है। उन्होने कहा कि ऐसा लगने लगा है कि भाजपा के प्रदेश नेता झूठे आरोप व दुष्प्रचार की ट्रेनिंग कैम्पों में आजकल ट्रेनिंग लेने लगें है। झूठे वादे, झूठे आरोप व झूठे सपने दिखानें में भाजपा नेताओं को महारत हासिल है। अपना भविष्य अंधकार में देखकर उनकी चिन्ता स्वभाविक सी लगती है। हम उनके प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट करते है, शराब माफियाओं व खनन माफियाओं के दम पर राजनीति करने वालों को दूसरों पर आरोप लगाने का नैतिक अधिकार नही है। वहीं उन्होने भाजपा से सवाल कर डाला कि बाढ़ में बहनें वाली जमीनों पर किसान का हक होना चाहिए या नहीं वह यह भी बताए कि भाजपा नेताओं को राजस्व कानून की जानकारी लेने का आग्रह भी कर डाला है और कहा कि सरकार ने खनन पटटे भाजपा द्वारा लागू की गई खनन नीति 2011 के तहत ही दिए गए है, जिसमें खनन सामग्री का चुगान किसान की भूमि से हो रहा है। राज्य सरकार को राजस्व की प्राप्ति व जनता को निर्माण सामग्री मिल पा रही है। राज्य सरकार द्वारा उत्तराखण्ड उपखनिज परिहार नियमावली 2001 के अनुसार ही काम कर रही है, जोकि पूरी तरह से पारदर्शी है। जिला स्तर पर भी जिलाधिकारी को जिम्मेदार बनाया गया है। भाजपा नेताओं को बताना चाहिए क्या दरियाग्रस्त किसान की भूमि राज्य सरकार की हो जानी चाहिए। सरकार यह मानती है कि किसान की भूमि पर बाढ़ में बहकर आई सामग्री पर ही सरकार का अधिकार होता है। उक्त भूमि जब तक सरकारी घोषित न की जाए तब तक नियमानुसार सरकार की नही हो सकती। मीडिया प्रभारी ने इस सम्बन्ध में कुछ दस्तावेज भी जारी किए।