दुनिया को यदि किसी मंत्र की जरूरत है, तो वह मंत्र है शांति : रावत
अन्तर्राष्ट्रीय शांति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आज दुनिया को यदि किसी मंत्र की जरूरत है, तो वह मंत्र है शांति का। जहां शांति है वहां प्रेम सुशासन व मानवता है। दुनिया को शांति का संदेश देने वाले प्रेम रावत के 50वें जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने, प्रेम रावत का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने भी शांति का रास्ता अपनाया, उनकी शांति, अंहिसा पर आधारित शांति थी। शांति की राह पर चलकर ही अशांति का सामना किया जा सकता है। जहां शांति है वहीं खुशहाली है, यूरोप एक बार ट्राईवल समस्या से अशांत रहा, आज यूरोपियन अर्थव्यस्था की बात हो रही है। अमेरिका में कितने युद्ध हुए, किन्तु मार्टिन लूथर किंग ने जब शांति का संदेश दिया तो आज अश्वेत वहां का राष्ट्रपति है, हमे शांति के जरिये ही खुशहाली लानी है अन्तरमन की शांति को भी उन्होंने जरूरी बताया है। इस अवसर पर पंकज ठाकुर, सूरज नौटियाल, हरपाल रावत, जसवीर रावत, रजत नौटियाल आदि उपस्थित थे।