दून में बेरोजगारों ने शुरु किया अनिश्चितकालीन धरना
देहरादून। रोजगार प्रदान किये जाने एवं लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर बेरोजगारों ने अनिश्चिितकालीन धरना आरंभ कर दिया है और कहा कि शीघ्र ही एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जायेगा।यहां बेरोजगार संघ के बैनर तले बेरोजगार धरना स्थल पर इकटठा हुए और वहां पर उन्होंने रोजगार प्रदान किये जाने एवं लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर बेरोजगारों ने अनिश्चिितकालीन धरना आरंभ कर दिया है और कहा कि शीघ्र ही एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जायेगा। बीते रोज रोजगार प्रदान किये जाने की मांग को लेकर सचिवालय कूच किया गया और काफी देर तक धरने पर बैठने के बाद जिस प्रकार से पुलिस ने बेरोजगारों को दौड़ा दौडा कर पीटकर उन पर लाठीचार्ज किया है दोषियों के खिलाफ शीघ्र ही कार्यवाही नहीं की गई तो फिर से सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगें। इस अवसर पर संघ के उपाध्यक्ष पी सी पंत ने कहा है कि प्रदेश की सरकार लगातार बेरोजगारों को छलने का काम कर रही है जिसे सहन नहीं किया जायेगा। राज्य लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग एवं अन्य संस्थाओं द्वारा संपन्न कराई जाने वाली परीक्षा तथा परिणाम में पारदर्शिता लाई जाये। आउटसोर्सिंग, संविदा व उपनल द्वारा भरे जाने वाले पदों को रोका जाये जिसका चयन का आधार लिखित परीक्षा हो जिससे अधिक से अधिक प्रतिभागी ले सके। प्रदेश सरकार द्वारा घोषित 1200 पटवारी भर्ती का विज्ञापन शीघ्र ही जारी किया जाये और पुलिस, आबकारी, प्रर्वतन सिपाही आदि के रिक्त पदों पर जल्द ही विज्ञप्ति जारी की जाये। नई भर्ती नियमावली 29 दिसम्बर 2016 एलटी और प्रवक्ता को निस्त किया जाये और पुरानी नियमावली को बहाल किया जाये। राज्य लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ चयन आयोग के द्वारा संपन्न कराई जाने वाली परीक्षा का एक वार्षिक कलैण्डर जारी किया जाये और उत्तराखंड लोक सेवा आयोग समूह ख के दायरे से बाहर पदों को छोडकर साक्षात्कार समाप्त किया जाये। पूर्व में संपन्न हुई परीक्षाओं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, जेई (पिटकुल, यूपीसीएल) ग्रुप 66, परिचालक की परीक्षाओं की निष्पक्षता से जांच कराये जाने की आवश्यकता है। सरकार ने इन समस्याओं का समाधान नहीं किया तो आंदोलन को तेज किया जायेगा। इस अवसर पर धरने व प्रदर्शन में बेरोजगार संघ के संरक्षक सुनील रावत, पी सी पंत, कुलदीप चैहान, महेन्द्र सिंह, गोविन्द सिंह, यशपाल बिष्ट, धनीराम जगूडी, राजेन्द्र सिंह, आकाश कुमार, सतेन्द्र कुमार आदि मौजूद थे।