धर्म : 500 साल पुराने नाग मंदिर और महारुद्र यज्ञ
देहरादून। नाग देवता मंदिर समिति ने मसूरी के हाथी पांव रोड स्थित नाग मंदिर परिसर में 13वां महारुद्र यज्ञ एवं शिव महापुराण कथा का शुभारंभ किया। इससे पहले मसूरी के क्यार कुली भट्टा गांव से कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। महिलाओं ने सर पर कलश रखकर नंगे पैर करीब 10 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया।मभक्त पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर झूमते हुए नजर आए। यात्रा के पड़ावों पर पर्यटकों व राहगीरों ने भी भगवान नाग देवता की डोली के दर्शन किए। कलश यात्रा के नाग मंदिर पहुंचने पर महिलाओं ने कलश को श्रीमद भागवत कथा मंडप में स्थापित किए। श्रद्धालुओं ने नाग देवता के दर्शन किए और शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। नाग देवता की प्रतिमा पर दुग्धाभिषेक कर परिवार की खुशहाली की कामना की। स्थानीय निवासी राकेश रावत ने बताया कि कलश यात्रा के दौरान महिलाएं अपने सिर पर रखे कलश को हटाती नहीं हैं। अगर कलश हट जाये तो यात्रा पूरी नहीं मानी जाती। गांव के बुजुर्गों का मानना है कि यह मंदिर 500 साल पुराना है।