नंगे पांव से रेस में हिस्सा लेकर बक्शो देवी ने जीता गोल्ड मेडल
हौसलों की उड़ान हो तो जिंदगी में आप चाहे कितनी ही मुश्किलों से घिरे हों उस काम को अंतिम लक्ष्य तक पहुचाने में आपको कोई रोक नहीं सकता है| ऐसे ही मजबूत जज्बे की मिसाल है बक्शो देवी | वर्तमान समय में बक्शो के पिता नहीं हैं, उसकी आर्थिक हालात भी ठीक नही है ,और तो और वह पित्ताशय की पथरी से भी पीड़ित चल रही है लेकिन हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित ईसपुर गांव की नौवीं कक्षा की छात्रा बक्शो देवी के पास है गजब की हिम्मत, जिसके आगे ये सारी परेशानियां औंधे मुंह गिरी दिखाई देती है | आज वह सोशल मीडिया और खेल जगत में छाई हुई है विदित हो की उसने 22 दिसम्बर को सरकार की ओर से जिला स्तरीय स्कूल एथेलेटिक्स में 5,000 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीता है. जानते हैं, इस रेस में वह नंगे पैर दौड़ी थीं | परिवार आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण बक्शो देवी को दौड़ के लिए जूते भी नसीब नहीं हुए, लेकिन उसने नंगे पांव दौड़ कर ही जीत हासिल कर ली | बक्शो ने पहली बार दौड़ में हिस्सा लिया था और प्रतियोगिता के आखिरी वक्त में उसे पित्ताशय के तेज दर्द को सहते हुए हिम्मत नहीं हारी और रेस में जीत की मला अपने नाम कर ली |