नये मंत्रियों पर आपराधिक मामले,पुरानी विरासत संभालती मोदी सरकार
दिल्ली। देश में जब भी लोकसभा चुनाव होता है हर समय चुनाव के दौर में आपराधिक केसों में लिप्त उम्मीदवारो को संसद में ना भेजने के लिए पार्टीयों के साथ-साथ जनता भी यह कसम खाती है परन्तु ऐसा नही होता है। मनमोहन सरकार के जाने के बाद उम्मीदो से युक्त मोदी सरकार भी उसी रास्ते पर आती दिख रही है। मोदी सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार में रविवार को शामिल किए गए 21 में आठ मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
झांसी के सांसद उमा भारती और आगरा से चुनकर लोकसभा पहुंचे रामशंकर कठोरिया के खिलाफ तो हत्या के प्रयास जैसा गंभीर मामला दर्ज है। एसोसिएशन फॅार ड़ेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को 21 नए मंत्रियों को सरकार में शामिल करने के साथ ही पीएम समेत कुल मंत्रियों की संख्या 66 हो गई। इनमें से 20 (31 फीसदी) मंत्रियों के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं।