नये “लुक” में नजर आएंगे अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर
देहरादून। डीएस समूह के अंग, डीएस स्पाइसको द्वारा कैच सॉल्ट्स एंड स्पाइसेस के लिये लॉन्च किए गए एक नए कैम्पेन में बॉलीवुड के कलाकार अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर नजर आयेंगे। इस नए कैम्पेन में कैच की नई पोजीशनिंग “क्योंकि खाना सिर्फ खाना नहीं होता” पर जोर दिया गया है। इस कैम्पेन की परिकल्पना डेंट्सू क्रिएटिव ने की है और इसमें दिखाया गया है कि खाना कई सारी चीजों से मिलकर बनता है- उनमें यादें होती हैं, रिश्ते होते हैं, परंपराएं और मूल्य होते हैं। इस तरह यह कैम्पेन ब्रांड को उपभोक्ता की रोज की जिंदगी के और भी करीब लाने की कोशिश कर रहा है। इस नए कैम्पेन में अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर इसी अवधारणा को खूबसूरती से पेश करते हुए नजर आयेंगे। यह कैम्पेन आगे इस बात पर भी जोर देता है कि खाना यानी भोजन एक भाषा है, जिसका इस्तेेमाल अलग-अलग भावनाओं का इजहार करने के लिये किया जाता है। अक्षय कुमार कहते हैं, “हम भारतीय सिर्फ खाने का मजा नहीं लेते, बल्कि उसे जीते हैं। मैं कैच सॉल्ट्स एंड स्पाइसेस और इसके नए कैम्पेन का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं। मेरे लिए खाने की भूमिका मेरे जीवन में प्रधान रही है। इस भावना को परदे पर निभाना मेरे लिए खुशी की बात है।” इस मौके पर भूमि पेडनेकर ने कहा कि कैच सॉल्ट्सब एंड स्पाइसेस अपने उत्पाीदों की बड़ी श्रृंखला के साथ एक घरेलू नाम बन चुका है। मेरा मानना है कि किसी के दिल तक पहुंचने का रास्ता, खाने से होकर जाता है। और इसलिए यह बात ‘क्योंकि खाना सिर्फ खाना नहीं होता’ की सोच को और भी मजबूत करती है।
इस कैम्पेन के बारे में संदीप घोष, बिजनेस हेड, डीएस स्पाइसको प्राइवेट लिमिटेड का कहना है, कि मसाले भारतीय भोजन की जान हैं। एक ब्रांड के तौर पर हम मसालों की अपनी रेंज के साथ ग्राहकों के किचन पर राज करना चाहते हैं। यह नया कैम्पेन खाने के साथ होने वाली ग्राहकों की बातचीत की अलग-अलग बारीकियों को सामने लेकर आएगा। मुझे अक्षय और भूमि का स्वागत करते हुए बेहद खुशी हो रही है, जिन्होंने अपनी परफॉर्मेंस से हमारे प्रस्तोव को और भी बेहतर बना दिया है। इस कैम्पेन के पीछे की सोच के बारे में, अजय गहलोत, ग्रुप चीफ क्रिएटिव ऑफिसर, डेंट्सू क्रिएटिव ने कहा कि हमारे लिये खाना शरीर को ताकत देने से कहीं बढ़कर होता है, खाने की मदद से हमें खुद को अभिव्यक्त करने और यह दिखाने में मदद मिलती है कि हम एक-दूसरे की कितनी परवाह करते हैं। खाने के दौरान रिश्ते कैसे बनते हैं और बात कैसे आगे बढ़ती है, यह उस बारे में है और यही इस कैम्पेन के पीछे की सोच है। मैं इसे परदे पर देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।