नहीं ढूंढ पा रही एक माह से बहन व भांजी को पुलिस
देहरादून। विद्या विहार निवासी कालिका प्रसाद थपलियाल ने अपनी बहन व भांजी की तलाश न किये जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि पुलिस के उच्च अधिकारियों से वार्ता किये जाने के बाद भी आज तक इस पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए थपलियाल ने बताया कि उनकी बहन सुनीता की शादी 18-19 अक्टूबर 2010 में गुप्तकाशी निवासी विजय राम से हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार संपन्न हुई। उनका कहना है कि शादी के बाद से ही कम दहेज मिलने के कारण सुनीता का जेठ रमेश चन्द्र, जेठानी उमा ने सुनीता का उत्पीड़न शुरू कर दिया। उनका कहना है कि शादी के दो तीन वर्ष के बाद रमेश चन्द्र ने अपने छोटे भाई विजय राम के साथ मारपीट की तथा उसके सिर पर चोट मारी जिस पर विजयराम, सुनीता व अपनी लडकी कुमारी इशिका को लेकर देहरादून आ गये और उनको कमरा दिया गया और यहां रहने लगे। उनका कहना है कि बीते माह 19 सितंबर को सुबह अपने दोनों बच्चों इशिका व कान्हा के लेकर बडी बहन विनिता के घर गई और कहा कि वह गुप्तकाशी जा रही है और दोनों बच्चों को विजयराम के पास छोड़ दूंगी, तब उसे जिम्मेदारी का एहसास होगा किन्तु शाम तक उसके गुप्तकाशी न पहंुचने पर तमाम रिश्तेदारों व अन्य लोगों ने सुनीता के बारे में पूछताछ की और कहीं पता न लगने पर थाना पटेलनगर में गुमशुदगी लिखाई गई लेकिन तब से लेकर आज उनकी बहन व भांजी का कोई पता नहीं चल पाया है। उनका कहना है कि कान्हा की लाश हरिद्वार में मिली। इस सारे घटनाŘम में यह बात सामने आई है कि उमा देवी, रमेश चन्द्र एवं विजय राम द्वारा सुनीता का दहेज उत्पीडन तथा अन्य तरह का उत्पीड़न करने की वहज से सुनीता ने अपने दोनों बच्चों के साथ नदी में जाकर आत्महत्या कर दी, लेकिन आज तक उन लोगों पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है और न ही किसी भी प्रकार की कोई पूछताछ की गई है। उनका कहना है कि शीघ्र ही कार्यवाही न होने पर आंदोलन किया जायेगा।