नानकमता में जनजातिया काॅलेज की होगी स्थापना
देहरादून | उच्च शिक्षा मंत्री डा0 धन सिंह रावत की अध्यक्षता में सचिवालय में उत्तराखण्ड उच्च शिक्षा परिषद् की पांचवी बैठक आयोजित की गई। बैठक में रूसा फेज-2 के लिए राज्य की ओर से भारत सरकार को भेजे जाने वाले प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक के दौरान स्वशासी महाविद्यालयों का विश्वविद्यालयों के रूप में अपग्रेडेशन, काॅलेजो के कलस्टर बनाकर विश्वविद्यालयों में बदलने, विश्वविद्यालयों की आधारभूत सरंचना विकास हेतु अनुदान पर चर्चा की गई। राज्य विश्वविद्यालयों की गुणवता व उत्कृष्टता में वृद्धि हेतु अनुदान, नवीन माॅडल (सामान्य ) काॅलेजोे का विकास, वर्तमान में स्नातक डिग्री काॅलेजो का माॅडल डिग्री काॅलेजो में अपग्रेडेशन, नए प्रोफेशनल काॅलेजो की स्थापना, रिसर्च, इनोवेशन व क्वालिटी में सुधार, फैकल्टी इम्प्रवूमेन्ट आदि जैसे विषयो पर भी गहन चर्चा की गई। उच्च शिक्षा मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने नानकमता में एक जनजातिया काॅलेज स्थापना का प्रस्ताव शीघ्र बना कर केन्द्र को भेजने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में अधिकाधिक प्रोफेशनल काॅलेज खोले जाए। स्थापित होने वाले प्रोफेशनल काॅलेजो में ऐसे ट्रेड या कोर्सेज भी चलाए जाए जो राज्य के स्थानीय कलाओ, परम्परागत शिल्पों, पारम्परिक उद्यमों तथा स्थानीय संसाधनों पर आधारित हो। यह कोर्स जहां एक ओर स्थानीय कलाओं को संरक्षित व प्रोत्साहित करें, दूसरी ओर बाजार की आवश्यकता के अनुसार रोजगार के अवसर देने वाले होने चाहिए। उच्च शिक्षा मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने बताया की सितम्बर में राज्य में ज्ञान कुंभ का आयोजन किया जाएगा। पूरे देश से शिक्षाविदी को आमंत्रित किया जाएगा। राज्य सरकार 50 मेधावी व आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को आईएएस व पीसीएस की निशुल्क कोचिंग करवाएगी। यह कोचिंग जुलाई माह से आरम्भ कर दी जाएगी। 50 छात्र-छात्राओं को एनडीए की कोचिंग भी दी जाएगी। योगगुरू स्वामी रामदेव द्वारा भी 100 मेधावी छात्रों को रिसर्च करवाने का प्रस्ताव रखा गया है। उच्च शिक्षा मंत्री ने राज्य के सभी काॅलेजो में चरणबद्ध रूप से इन्टनेट सुविधाएं शीघ्र उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए |