नारी निकेतन जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भाजपा हल्की राजनीति न करे : सुरेन्द्र कुमार
मीडिया सेंटर सचिवालय में मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने प्रेस वार्ता में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत द्वारा कांग्रेस सरकार पर लगाये गए आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्हें अगले वर्ष के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्हें पुनः अध्यक्ष बने रहने की कामना की हैै। साथ ही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत एवं भाजपा नेताओं को अगले वर्ष मजबूत विपक्ष में रहने की भी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि नारी निकेतन जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भाजपा को हल्की राजनीति नही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष शायद यह भूल गए है, कि वे भी राज्य बनने से पूर्व व राज्य बनने के बाद भी 7 वर्षों तक सरकार में रहे है। उस समय की तमाम घटनाओं के लिए उनकी सरकार ने नारी निकेतन व स्वसंवासिनियों के लिए क्यों कोई पुख्ता व्यवस्था नही की थी। भाजपा को एक जिम्मेदार राजनीतिक दल होने के नाते नारी निकेतन की सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं को करने से किसने रोका था। प्रेस वार्ता में श्री कुमार ने कहा कि नारी निकेतन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने स्वयं पहल करते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए है और उच्चस्तरीय जांच चल रही है। वर्ष 2010 से नारी निकेतन में हुई इस तरह की घटनाओं की जांच के नतीजो का इंतजार भाजपा के नेताओं को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नारी निकेतन की व्यवस्थाओं में अमूल चूल परिवर्तन करते हुए स्वसंवासिनियों के प्रवेश के समय उनका हैल्थकार्ड, खानपान, सम्मान व सुरक्षा तथा अन्य व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैै। यह सब काम भाजपा अपने कार्यकाल में भी कर सकती थी। प्रेस वार्ता में मीडिया प्रभारी ने भाजपा नेताओं पर सीबीआई का नाम लेकर देश में मुख्यमंत्रियों को धमकाने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि एक ओर देश के प्रधानमंत्री टीम इंडिया बनाने की बात करते है, वही भाजपा के नेतागणों को सीबीआई से अचानक प्रेम हो गया है, और लगता है इस प्रेम का उपयोग भाजपा अपने चुनावी प्रचार के लिए करना चाहती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति हमारी जीरो टोलरेन्स की नीति है, परन्तु जिस पार्टी के दो मुख्यमंत्रियों को भ्रष्टाचार के कारण अपने पद छोडने पडे हो, जिस भाजपा के शासन काल में सारंगी कांड, आपदा घोटाला, कुम्भ घोटाला, राजधानी निर्माण घोटाला, स्टूर्जिया घोटाला जिसमें एक घण्टे में तमाम लैण्ड यूज परिवर्तन हो गया हो। जिस भाजपा की सरकार ने 25 करोड़ का मुख्यमंत्री का आवास छोटे राज्य को दिया हो, जिसमें स्वीमिंग पूल बनाया जाना पहली प्राथमिकता थी उस पार्टी के नेताओं को नसीहत देने की आवश्यकता नही है।