पतंजलि योगपीठ पहुंची साइकिल रैली , जानिए खबर
हरिद्वार। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रलय, भारत सरकार द्वारा संचालित खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा सम्पूर्ण भारतवर्ष में स्वस्थ भारत यात्रा ‘ईट राइट इंडिया’ कार्यक्रम के अन्तर्गत आयोजित साइकिल रैली का कारवाँ आज पतंजलि योगपीठ पहुँचा। पतंजलि पहुँचने पर साइकिल यात्रियों का जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ-। के आयुर्वेद भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन कर पतंजलि का डबल फोर्टिफाईड नमक लोकार्पित किया गया। इस अवसर पर स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि मनुष्य में रोगों के दो मुख्य कारण हैं- इनमें पहला कारण आनुवांशिक तथा दूसरा शरीर में विजातीय या विकारी तत्त्वों का एकत्र होना या किसी भी कारण से आवश्यक तत्त्वों का शरीर से बाहर निकलना है। स्वामी जी महाराज ने कहा कि ज्यादातर कम्पनियों का ध्यान अपने उत्पादों को ज्यादा से ज्यादा विक्रय करने पर केन्द्रित है, खाद्य पदार्थों में आवश्यक तत्त्वों की कमी की ओर उनका ध्यान ही नहीं जाता। कम्पनियाँ ये ही नहीं बताना चाहती कि उनके उत्पाद में कौन-कौन से तत्त्व मौजूद हैं। सैक्रेड फार्मुलेशन के नाम पर लोगों को अनजाने में ही रासायनिक तत्त्वों की लत डाली जा रही है। आहार के नाम पर लोगों को बन्धक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ देशवासियों को स्वस्थ व स्वदेशी खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध है। पतंजलि आयुर्वेद के माध्यम से देश में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में शुद्ध, स्वस्थ व उच्च गुणवत्तायुक्त खाद्य उत्पाद सुलभ कराने का कार्य पतंजलि योगपीठ ने किया है। उन्होंने खाद्य उत्पाद में फोटिफिकेशन को भारतीय खाद्य सुरक्षा व मानक प्राधिकरण (एफ.एस.एस.ए.आई.) द्वारा उठाया गया एक सराहनीय एवं वैज्ञानिक कदम बताया जिससे कि विटामिन मिनरल्स एवं माइक्रोन्यूट्रिएंट की कमी से होनी वाली बिमारियों को आसानी से रोका जा सकता है। कार्यक्रम में हरिद्वार के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रेमलाल ने कहा कि मैं आचार्य बालकृष्ण के रूप में एक वैज्ञानिक को देख रहा हूँ। उनके कुशल मार्गदर्शन में पतंजलि देश में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में अग्रणी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत में एनिमिया की समस्या सामान्य है। पतंजलि का यह अभिनव प्रयोग देश में एनिमिया रोग को समाप्त कर देगा। गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क को विकसित करने में भी आयरन एक महत्त्वपूर्ण तत्त्व है। नमक में आयरन का यह प्रयोग निश्चित ही सराहनीय है। कार्यक्रम में जिलाधिकारी दीपक रावत ने व्यंगात्क अंदाज में कहा कि फास्ट फूड खाने से कोई फास्ट नहीं होता, स्मार्टफोन रखने से काई स्मार्ट नहीं होता किन्तु अस्वस्थ भोज्य पदार्थ ग्रहण करने से मनुष्य अस्वस्थ जरूर हो जाता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय खाद्य पदार्थ की हमारी परम्परा को केवल स्वामी जी महाराज ही प्रस्तुत कर रहे हैं। ईट राइट तथा भारत की पहचान योग व आयुर्वेद की क्रांति स्वामी रामदेव महाराज तथा आचार्य बालकृष्ण महाराज के नेतृत्व में हरिद्वार से ही शुरू हुई है।