पर्यावरण को लेकर जनता भी हो गम्भीर
अरुण कुमार यादव (संपादक )
आज जहाँ पुरे विश्व में पर्यावरण को लेकर सभी देशो के समाजिक संगठनो के ऊपर चिन्ता की लकीरे दिख रही है वही पुरे विश्व की जनता इसके प्रति गंभीर नही दिखती | इसके साथ साथ कहि न कहि विकास को रास्ता बना कर जीवन की सुख सुविधाओ का परोसना भी पर्यावरण के लिए हानिकारक बनाया जा रहा है | बैज्ञानिको द्वारा बताया जा रहा है की आने वाले बीस सालो बाद लोगो को साँस लेना भी दुर्भर हो जाएगा | अपने देश में दिल्ली जहाँ सबसे अधिक पर्यावरण दूषित युक्त शहर है वही अन्य देशो के राजधानियों में लगभग यही हाल है | आने वाला समय हम सभी के लिए पर्यावरण की नज़र से बहुत ही घातक हो सकता है इसलिए सरकार प्रशासन के साथ साथ हम लोगों की भी जिम्मेदारी बनती है जिससे हम सभी को स्वच्छ पर्यावरण मिल सके | सरकार पर्यावरण को लेकर जो भी योजनाए बना रही है उसमे जनता अपना पूरा सहयोग दे ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक अच्छा वातावरण दे सके |