पलायन रोकने को लेकर मशरूम की खेती की अलख जगा रही हूॅं : दिव्या रावत
देहरादून। पलायन रोकना है तो रोजगार देना पडेगा। इसलिए गाॅंव-गाॅंव उत्तराखण्ड में हर जगह में मशरूम की खेती की अलख जगा रही हूॅं। मंगलवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में दिव्या रावत ने कहा कि मशरूम की खेती करने से ग्रामीणों महिलाओं और युवाओं को अच्छा रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में हर जगह मैं मशरूम की खेती की अलख जगा रही हूॅं। युवाओें की मेहनत को अच्छी आर्थिकी में बदलना मेरी मशरूम ब्राॅड अम्बेसडर के नाते एक महत्वपूर्ण दायित्व है 2019 को सेलिब्रेट करने का यह सबसे बढिया तरीका है। उन्होने कहा कि मैं इस उत्पाद को भारत के हर घर तक पहुॅचाना चाहती हूॅ। ताकि मशरूम के भरपूर फायदे सबको प्राप्त हो। मशरूम एक शाकाहारी सब्जी है जिसमें कई ऐसे पौषक तत्व मौजूद होते है जिनकी शरीर को बहुत आवश्यकता होती है और कई बीमारियों में मशरूम का इस्तेमाल दवाई बनाने के तौर पर भी किया जाता है।