पानी के टैंक में साफ-सफाई किस प्रकार से करते हो….
देहरादून |मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को दिलाराम चैक स्थित जल संस्थान के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान वहां उपस्थित कर्मचारियों से जानकारी पूछी कि पानी के टैंक में साफ-सफाई किस प्रकार से करते हो। क्लोरिन की मात्रा कितनी डालते हो। कितने समय में साफ-सफाई करते हो। मुख्यमंत्री निरीक्षण के दौरान प्रत्येक कक्ष में गये और जानकारी ली। उन्होने संस्थान की लैब का भी निरीक्षण किया, जहां पर सैम्पल चैक किये जाते है। इसके बाद मुख्यमंत्री शिकायत कक्ष की ओर गये, जहां पर उन्होंने प्राप्त शिकायतों का विवरण कम्प्यूटर पर चैक किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ शिकायतकर्ताओं से दूरभाष पर वार्ता कर पूछा कि क्या उनकी शिकायत का समाधान हो गया है। शिकायतर्काओं द्वारा बताया गया कि उनकी शिकायते समय पर पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें शिकायते मिली थी कि यहां पर पानी की साफ-सफाई और कार्य प्रणाली में कुछ खामियां है, जिनका निरीक्षण करने वे आज यहां आये थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की व्यवस्थाओं से वे संतुष्ट है। लेकिन मैने अधिकारियों को निर्देश दे दिये है कि व्यवस्थाओं में और अधिक सुधार किया जाय। कार्यप्रणाली को आम आदमी की सुविधायुक्त बनाया जाय। जो भी व्यक्ति यहां अपनी शिकायत लेकर आये, उसको संतोषपूर्वक सुना जाय और उसका समाधान समय से किया जाय। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पानी की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय। क्लोरिन की नियंत्रित मात्रा को समय पर पानी की टंकी में डाला जाय। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि पानी के संबंध मे शिकायत मुख्य रूप से यह आ रही थी कि इससे बदन में सूखापन, पेट की बीमारी व स्टोन की समस्या हो रही थी। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति आर.ओ. का इस्तेमाल नही कर सकता हैं। पानी की सफाई व जनता को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने सीएमडी को इसके लिए और कारगर व्यवस्था करने को कहा हैं। इसके लिए धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायतों का समाधान समय पर हो यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में सुनिश्चित की जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ जिलाधिकारी रविनाथ रमन, मुख्यमंत्री के सलाहकार रंजीत सिंह रावत, सलाहकार डाॅ.संजय चैधरी, मीडिया समन्वयक राजीव जैन, सी.एम.डी. एसके गुप्ता आदि उपस्थित थे।