प्रदर्शनी में पहाड़ी व्यंजनों का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं दूनवासी, जानिए खबर
देहरादून । आयोजक उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद उद्योग निदेशालय, देहरादून एवं प्रायोजक विकास आयुक्त (हथकरघा) भारत सरकार द्वारा नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में लोगों का अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय हैण्डलूम प्रदर्शनी में दूनवासी व बाहर से पर्यटक जमकर खरीददारी कर रहे हैं इसके साथ ही आर्गेनिक पहाड़ी व्यंजनों का भी लुफ्त उठा रहे हैं। सरस्वती जागृति स्वयं सहायता समूह की पूजा तोमर ने बताया कि हमारी दस लोगों की टीम इस एक्सपो में लगी है जो रोज अलग-अलग पहाड़ी व्यंजनों का बनाकर लोगों के सामने पेश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अलसी के लड्डू बहुत पंसद किये जा रहे हैं। पूजा ने बताया कि तोर की दाल, अरबी की सब्जी, कुलद की दाल, मक्की की रोटी, मंडवे की रोटी, पहाड़ी मिठाई अरसे, मंडवे के लड्डू, मंडवे के मीठे व नमकीन बिस्कुट, मठ्ठा को छोकर बनने वाला पलर, झंगोरे की खीर, सरसों का साग आदि काफी पंसद किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन लोगों का रूझान पहाड़ी व्यंजनों के प्रति बढ़ रहा है। यहां पर 50 रूपये से 100 रूपये की खाने की थाल दे रहे हैं।
पूजा ने बताया कि सभी उत्पादों और वस्तुओं को बहुत साफ और सुव्यवस्थित रूप से पकाया व पैक किया जाता है, स्वच्छता उनकी प्राथमिकता रहती है, अगर कोई ग्राहक कभी भी कुछ संदिग्ध पाता है तो वह हमेशा उत्पाद लौटा सकते हैं और उसके बदले नया पैकेजिंग दिया जाता है। उन्हांने कहा कि इन उत्पादों को बजारों में उतारने से पहले खुद इनका परीक्षण किया जाता है। हैण्डलूम एक्सपो में पहाड़ी व्यंजनों को बनाने में रीता थापा, सीमा मेवाड़ व मुकेश शामिल हैं। हैण्डलूम एक्सपो में दूनवासियों के लिए पहाड़ी व्यंजनों के अलावा मद्रास का डोसा, कल्कत्ता का काठी रोल, राजस्थानी व्यंजन मौजूद हैं। गुरूवार को दीवान सिंह बिष्ट रामनगर विधायक व बंसीधर भगत विधायक कालाढूंगी ने राष्ट्रीय हैण्डलूम प्रदर्शनी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह एक्सपो हर वर्ष देहरादून में आयोजित होता है जिससे हथकरघा को प्रोत्साहन मिलता है। नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में उप निदेशक शैली डबराल, मेला अधिकारी केसी चमोली, जगमोहन बहुगुणा, एमएस नेगी मौजूद रहे।