बच्चों के जन्म एवं विवाह पर पौधे अवश्य लगाए : वन मंत्री हरक सिंह
नैनीताल। शिप्रा नदी के पावन तट पर एवं नीमकरौली बाबा की पवित्र भूमि पर वन एवं वन्यजीव पर्यावरण मंत्री हरक सिह द्वारा जनशक्ति अभियान के तहत शिप्रा नदी पुर्नजीवन हेतु पौधारोपण किया गया। अपने सम्बोधन मे मंत्री सिह ने कहा कि पेड पौधों को जीवन से जोडे तथा बच्चों के जन्म एवं विवाह पर पौधे अवश्य लगाने का आह्वाहन किया। उन्होने कहा पेड होंगे तो जल होगा, जल ही जीवन है। मंत्री ने कहा पेडों से ही हमे शुद्व वायु,पानी भोजन इन्ही पेडों से मिलते है, एक पेड 16 लोगों को आक्सीजन देता है, इसलिए अधिक से अधिक पेड लगायें, जैव विविधता को बनाये रखें इसके लिए जनसहभागिता अति आवश्यक है। उन्होने कहा समय के साथ हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी, जल संरक्षण हेतु हमे आगे आना होगा। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक संजीव आर्य ने हरेले पर्व की शुभकामनायें देते हुये कहा कि हम सभी के लिए हर्ष की बात है कि शिप्रा नदी का पुर्नजीवित कार्य हो रहा है इसमें सरकार जनता के साथ है। उन्होने कहा कि सडकें व विकास कार्यो के लिए पेडों काटे जा रहे है। हमेेें ज्यादा से ज्यादा पेड पौधे लगाने चाहिए। उन्होेने कहा अपने बच्चों के जन्मदिवस पर अवश्य पेड लगायें व उनकी रक्षा भी करें। अपने सम्बोधन मे अध्यक्ष नगर पालिका संजय वर्मा ने कहा जनशक्ति अभियान शिप्रा नदी के पुर्नजीवन कार्य के लिए वन मंत्री एवं वन विभाग का हार्दिक स्वागत एवं बधाई दी। उन्होने कहा नगर पालिका द्वारा शिप्रा नदी के प्रत्येक पुल के नीचे जालियां लगाई जायेगी ताकि कुडा नदी मे ना जाये। प्रभागीय वनाधिकारी दिनकर तिवारी ने कहा कि शिप्रा नदी पौणाणिक एवं धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, यह पवित्र नदी अपने अस्त्तिव से संकट से जूझ रही है इसलिए शिप्रा नदी के पुर्नजीवन हेतु एक योजना के तहत कार्य किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत नदी के सात रिचार्ज जोन भवानी सेनिटोरिया,श्यामखेत आरक्षित वन, शिल्वाकांजा, नगारी, भवाली, किमू व हरसोली में वर्षा जल का अवशोषण कर संग्रहित करने के लिए जैविक डैम, ट्रैंच, ड्राईस्टेान चैकडैम, चालखाल, जलकुण्ड, वृक्षारोपण आदि कार्य किये जायेगे। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक कुमायू डा0 विवेक पाण्डे, वन संरक्षक तेजस्वनी पाटिल, डीएफओ बीजूलाल टीआर,खण्ड विकास अधिकारी राजेन्द्र आर्य, भुवन तिवारी, रमेश गुररानी, ऊषा चनौतिया,रमेश थुवाल सहित सभी रेंज अधिकारी, क्षेत्रीय जनता मौजूद थी।