बच्चों को स्कूल आने से रोकने वाले स्कूलों की खैर नहीं, जानिये खबर
नैनीताल। किसी पर्याप्त कारण के बिना बच्चों को स्कूल आने से रोकने वाले स्कूलों की खैर नहीं। ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। यह बात जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने जिला कार्यालय में आयोजित बाल कल्याण समिति एवं चाईल्ड सलाहकार बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों को आगे बढ़ने का पूरा अवसर मिले तथा उनका मार्ग प्रशस्त हो, इसलिए भीख मांगने वाले, कूड़ा बीनने वाले तथा बाल मजदूरी करने वालें बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विद्यालयों में प्रवेश दिलाने के निर्देश दिये। उन्होंने 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बीमार बच्चों के ईलाज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत कराने के निर्देश दिये ताकि बीमार बच्चों का प्रभावशाली व नियमित तरीके से ईलाज हो सके। सुमन ने कहा कि बीपीएल श्रेणी के अन्तर्गत आने वाले परिवारों के 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों का ईलाज आरबीएसके के अतिरिक्त राज्य ब्याज निधि से भी तुरन्त ईलाज कराया जायेगा। श्री सुमन ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को बच्चों के भीख मांगने की बढ़ती प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए सख्ती से प्रभावशाली कदम उठाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने पौक्सो एक्ट के अन्तर्गत आने वाले केसों में विशेष ध्यान देने, सभी प्रक्रियाएं समय सीमा के भीतर पूरी करने तथा पीड़ित को सभी हर संभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने यौन शोषण से सम्बन्धित शिकायतों पर तत्काल मुकदमा दर्ज कराने तथा किसी भी प्रकार का समझौता न करने के निर्देश दिये। श्री सुमन ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों के भविष्य एवं हितो की रक्षा करने में किसी भी प्रकार की बाधा आती है तो इसकी सूचना सीधे उन्हें उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ताकि समय से सभी बाधाओं को दूर किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान समय में भारत में 92 प्रतिशत से अधिक व्यक्तियों के आधार कार्ड बन चुके है। इसलिए लावारिश हालत में मिलने वाले बच्चों के अभिभावकों, माता-पिता की खोजबीन हेतु आधार कार्ड फिंगर प्रिंट (बायोमेट्रिक) प्रणाली का भरपूर उपयोग करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए माह में कम से कम 02 संस्थाओं का निरीक्षण करने तथा संस्थाओं एवं नारी निकेतन आदि में रहने वाली बालिकाओं एवं महिलाओं से बातचीत करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि शिकायत करने वालें बालकों एवं बच्चों को पूरी सुरक्षा मुहैया करायी जायेगी। जिलाधिकारी ने बच्चों के शोषण से बचाव, मेडिकल हैल्प, गुमशुदगी, सहयोग व सलाह, शिक्षा के सम्बन्ध में जन जागरूकता लोन के लिए बुकलेट तैयार करने हेतु 6 सदस्य वाली कमेटी का गठन किया। जिलाधिकारी ने चाईल्ड लाईन को प्राप्त होने वाली शिकायतों पर त्वरित गति से कार्यवाही करने के निर्देश दिये। बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी अंजना गुप्ता, डाॅ.बलवीर सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी विजय थापा, जिला शिक्षा अधिकारी हीरालाल गौतम सहित संगीता राव, शाहीन फातिमा, सुमन रानी, उमेश चन्द्र परगाई आदि उपस्थित थे।