बीमा पॉलिसी पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सात गिरफ्तार
देहरादून। बीमा पॉलिसी में मोटा लाभ दिलाने के नाम पर ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह का एक सदस्य पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुका था। आरोप है कि इन्होंने रानीपोखरी निवासी एक सेवानिवृत्त शिक्षक से 10 लाख रुपये ठगे थे। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और नोएडा में एक फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे। पुलिस ने सातों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। मामले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने बताया कि अनिल सिंघवाल ने पिछले दिनों एक शिकायत की थी। सिघवाल ने बताया था कि उन्हें साल 2014 में अलग-अलग फोन नंबरों से कॉल आई और बताया गया कि उनकी पॉलिसी मैच्योर हो गई है। इसका वे उन्हें पैसा दिला सकते हैं, जिसके लिए उन्हें खाते में कुछ पैसे जमा कराने होंगे। उनके झांसे में आकर सिंघवाल ने अलग-अलग बैंक खातों में कुल 10 लाख रुपये जमा करा दिए। उन्होंने जब अपनी पॉलिसी का पैसा मांगा तो उन लोगों ने फोन तक नहीं उठाए। कुछ दिन पहले ही उनके पास इसी तरह से एक फोन और आया। उन्होंने भुगतान कराने की एवज में सिंघवाल से 30 हजार रुपये जमा कराने को कहा। मगर, इस बार सिंघवाल को समझ आया कि उनके साथ धोखाधड़ी हो रही है। इस आधार पर पुलिस ने रानीपोखरी थाने में मुकदमा दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। इसके बाद जांच में सामने आया कि जिस खाते में पैसा जमा किया गया है वह फटगली बमराडी बागेश्वर की रहने वाली कविता का है। इस खाते का सत्यापन कराया गया तो मालूम हुआ कि वह एक गृहणी है और उसका पति महेश लाल है। महेश की गिरफ्तारी को टीम लगाई गई। इस पर गत एक जनवरी को पुलिस ने महेश लाल को अल्मोड़ा से गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और रविवार शाम को कुल सात लोगों को नोएडा के सेक्टर 71 से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के नाम दीपक सिंह निवासी खकुड़ा, शिकारपुर, जिला बुलंदशहर, धर्मेंद्र कुमार निवासी किनोनी, रसूलपुर जिला मेरठ, मोहित कुमार निवासी भाईपुर, अनूपशहर जिला बुलंदशहर, आनंद पांडेय निवासी अकबरपुर, जिला गोंडा, दीपक कुमार निवासी इमलोर जिला अलीगढ़, सुधीर गुप्ता, निवासी जलालाबाद, जिला शाहजहांपुर और अक्षय कुमार गुप्ता निवासी कस्बा व थाना कासगंज कन्नोज उत्तर प्रदेश हैं। इनके पास से अलग अलग कंपनी के नौ स्मार्ट फोन, आठ डेबिट कार्ड, चार क्रेडिट कार्ड, 17 हजार रुपये नकद, चार पासबुक और एक कार बरामद हुई है। गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष पीडी भट्ट, दारोगा दीपक रावत, कुंदन राम, दारोगा राखी धौनी, कांस्टेबल विपिन, अनिरुद्ध, विशाल, संदीप राठी, आनंद, चैन पाल और एसओजी से कांस्टेबल प्रमोद शामिल रहे।