भक्तों ने खेली सिंदूर की होली
देहरादून। राजधनी के विभिन्न मंदिरों में दुर्गापूजा के दौरान मंदिरों में भक्तों ने सिंदूर खेला और पूजा अर्चना की गई। मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विजर्सन के लिए हरिद्वार ले जाया गया। वहीं बंगाली लाईब्रेरी व दुर्गाबाडी में भक्तों ने जमकर सिंदूर खेला और मां दुर्गा की पूजा अर्चना करते हुए पुण्य कमाया। यहां लक्ष्मी नारायाण मंदिर करनपुर बाजार में बजरंग से समिति द्वारा आयोजित दुर्गापूजा में प्रातः छह बजे से दशमी पूजन के साथ विसर्जन पूजा मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न हुई। इस अवसर पर समिति के पूर्व अध्यक्ष सोमपाल सिंह ने बताया कि माॅ दुर्गा के स्वरूप प्रतिमा में गोपनीय मंत्रों द्वारा प्रतिमा से आव्हान कर अगले वर्ष तू जल्दी आने का निवेदन किया गया और माॅ दुर्गा प्रतिमा के साथ अन्य देवी देवताओं कि प्रतिमाओं सहित विसर्जन पूजन करने के बाद दशमीं में प्रातः सात बजे महिलाओं मिलकर सिंदूर खेला गया और एक दुसरे के सिंदूर लगाया। उसके बाद जैसे मां आपनी लाडली बेटी को विवाह के समय बिदा करती है ठीक उसी तरह चार दिनों तक माॅ दुर्गा व अन्य देवीओं की तन मन धन के साथ रात दिन पूजा व दुर्गा माॅ कि सेवा में लीन रहने पर आज दशमी के दिन जब माॅ दुर्गा को बिदाई करते है तो हर महिलाओं के आंख में आंसू छलक गये। इस अवसर पर शोभायात्रा का प्रारम्भ लक्ष्मी नारायण मंदिर करनपुर बाजार से माॅ दुर्गा के साथ गणेश भगवान, कार्तिक भगवान, माॅ लक्ष्मी, माॅ सरस्वती कि प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा के प्रारम्भ होने से पहले समिति के सभी पदाधिकारी व क्षेत्र के लोगों गुलाल के रंग एक दूसरे को लगाया और आतिश बाजी खूब जम कर की गई। ढोल, बेैण्ड बाजे गाजेे एवं नासिक बैंण्ड, साथ ही करनपुर क्षेत्र के लोग शोभायात्रा में नाचते गाते अतिशबाजी छोड़ते हुऐ माॅ के जयकारों के साथ क्षेत्र की कि महिला संगीत व माॅ के गुणगान करते भवय शोभायात्रा सर्वे चैक पर सम्पन्न हुई। मीडिया प्रभारी ने बताया कि इस बार भी सभी प्रतिमाओं को विसर्जन हरिद्वार में विसर्जन किया गया। उन्होनें बताया कि समिति कि ओर से चिराग शर्मा, रवि कुमार, गोलू सन्नी सचदेवा, सौरभ दुसेजा, शुभम,, सोमपाल सिंह, चेतन दीवान, जितेन्द्र साहनी, बंसीलाल, यशपाल दीवान, प्रवीन चावला, सूर्यकान्त धस्माना, अभिषेक वोहरा, सुमित अरोड़ा, विशाल शर्मा, इंद्रजीत साहनी, ललित जुयाल, चिराग, विनय कोहली, सरदार जीवन सिंह आदि मौजूद थे।