भगवान महावीर समाज को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की दी शिक्षा : मुख्यमंत्री
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को महावीर जयन्ती की बधाई व शुभकामनाएँ दी हैं। महावीर जयन्ती की पूर्व संध्या पर जारी अपने सन्देश में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सबको समान नजर से देखने वाले भगवान महावीर अहिंसा और त्याग की प्रतिमूर्ति थे। भगवान महावीर ने अहिंसा को ही परम् धर्म माना और समाज को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर को वर्धमान भी कहा जाता है। उन्होंने सत्य, अहिंसा, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह के विषय में लोगों को ज्ञान दिया। भगवान महावीर ने युवावस्था में ही सांसारिक मोह-माया, सुख और ऐश्वर्य के साथ ही अपना राज्य छोड़कर सन्यास ग्रहण किया और अपना सम्पूर्ण जीवन संसार की भलाई के लिए समर्पित कर दिया। उनका सम्पूर्ण जीवन समाज को अहिंसा और त्याग के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है। उनके सिद्धान्तों में विश्वशान्ति की प्रेरणा निहित् है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महावीर जयन्ती केवल एक पर्व या उत्सव ही नहीं बल्कि सत्य, सादगी, अहिंसा और पवित्रता का प्रतीक है। इस पर्व पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हमें अपने जीवन से झूठ, कपट, लोभ-लालच और दिखावे को दूर रखना चाहिए तथा सच्चा, शुद्ध और परोपकारी जीवन जीना चाहिए।