भराड़ीसैण को माॅडर्न हिल सिटी के रूप में विकसित किया जायेगा: हरीश रावत
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पत्राकारों से वार्ता करते हुए कहा कि नई टिहरी और गोपेश्वर के बाद भराड़ीसैण को सुनियोजित रूप से विकसित करने में जन सहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी। इस क्षेत्र में बेहतर संपर्क सुविधाओं का विकास करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि गैरसैण के आस-पास हवाई पट्टी तैयार की जाय। इसके लिए दूधातोली क्षेत्र में हवाई पट्टी के विकास की संभावनाएं तलाशी जा रही है। भराड़ीसैण में सचिवालय की अधारशिला शीघ्र ही रखी जायेगी। गैरसैण व भराड़ीसैण में अवस्थापना सुविधाओं का विकास तेजी से किया जा रहा है। इन अवस्थापना सुविधाओं का वर्षभर उपयोग कैसे हो, इसके लिए भी रूपरेखा तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि भराड़ीसैण में विकसित की जाने वाली अवस्थापना सुविधाएं आगामी 10 वर्ष की जनसंख्या के आधार पर तैयार की जा रही है। हमारा प्रयास है कि रामगंगा के सभी जलागम क्षेत्रों में जलसंचय की योजना बनाकर चन्द्रनगर (भराड़ीसैंण) में चंद्रसरोवर विकसित किया जाए। हमारा फोकस गैरसैण क्षेत्र के समग्र विकास पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों के बल पर प्रदेश के समग्र विकास की ओर अग्रसर है। राज्य सरकार ने 1000 करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व प्राप्ति के नए स्रोतों की तलाश की है। गाय-गंगा, गाॅंव-गैरसैण के संरक्षण और संवर्द्धन पर सरकार ने पूरा ध्यान केन्द्रित किया है। मंडुआ-झंगोरा जैसी पारंपरिक फसलों को महत्व व प्रोत्साहन देकर सरकार ने खेती को लाभकारी व्यवसाय में तब्दील करने तथा गाॅवों में खुशहाली लाने की ठोस योजनाएं बनाई है।