भाजपा के पास मुख्यमंत्री की आलोचना के अलावा और कोई विकास का एजेण्डा नही : सुरेन्द्र कुमार
मुख्यमंत्री के प्रवक्ता/मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में 105 बार मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम जपने पर परिहास करते हुए कहा कि यह साबित हो गया है, कि भाजपा के पास मुख्यमंत्री की आलोचना करने के अलावा और कोई विकास का एजेण्डा नही बचा है। 02 दिवसीय बैठक में मुख्यमंत्री का नाम 105 बार लिया जाना यह साबित भी करता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में सत्ता में काबिज भाजपा सरकार के पास उत्तराखण्ड को देने के लिए कुछ भी नही है। प्रदेश में एक मात्र विपक्षी पार्टी के पास कोई विकास का एजेण्डा न होना,, कोई वैकल्पिक नीति कार्यक्रम का अभाव होना इससे स्पष्ट है कि भाजपा के पास राज्य को देने के लिए कुछ भी नही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रावत स्पष्ट कर चुके है कि भाजपा यदि चाहे तो सभी मुख्यमंत्रियों की सम्पत्ति व उनमें लगे आरोपों की न्यायिक जांच करायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यह स्पष्ट कर चुके है कि वे अपनी सम्पत्ति की अदला-बदली भाजपा के 04 पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ करने को तैयार है। यदि अपने को फकीर कहने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री भी समपत्ति की अदला-बदली करने को तैयार हो तो वह उसके लिये भी तैयार है। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में 27 लाख रूपये की चोरी से भी यह साबित हुआ है कि वह पैसा शराब सिंडिकेट के यहां से आया था। उन पैसो का जबाव आज तक भाजपा नेता नही दे पाए है। कुमार ने कहा कि अपने पुराने पापो को छुपाने के लिए भाजपा द्वारा दुष्प्रचार का सहारा लिया जा रहा है।