भारती व्यास नौकरी छोड़ उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पादों से बनाया अपना रोजगार
देहरादून। परेड ग्राउंड में आयोजित मेले में दूनवासियों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है। लोगों द्वारा मेले में अपनी पंसद की चीजों की जमकर खरीदारी की जा रही है। इन्ही मेले में सबसे अलग है भारती व्यास | भारती व्यास जो कि एक अध्यापिका थी किन्तु उन्होंने अध्यापिका की नौकरी छोड़कर उत्तराखंड के पहाड़ों में होने वाले उत्पादों से घर पर बैठे ही अपना रोजगार खोलने की सोची। उनकी संस्था में नींबू चटनी, लहसन चटनी, आम चटनी, आम अचार, हरी मिर्च का अचार, लाल मिर्च का अचार, लहसन का अचार, मिक्स अचार और केले व आलू के चिप्स साथ ही आलू का लच्छा बनाया जाता है। उन्होंने बताया कि हमारे पास हरे धनिये के साथ आलू के चिप्स, खजूर की चटनी व आम का चूरना उपलब्ध है। इनकी सभी उत्पादों की कीमत मात्र 60 रूपये से लेकर 150 रूपये तक है। वे इन उत्पादों को उत्तराखंड राखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों से लाती है जो कि पहाड़ी में ऐसे ही बर्बाद हो जाता है। उन्होंने बताया कि हमारे उत्पादों में मूख्य रूप से नींबू की चटनी आस्ट्रेलिया , दुबई आदि विदेशों में भी जाता हैै। भारती व्यास ने कहा कि हम इस संस्था में महिलाओं को ट्रेनिंग भी देते हैं कि किस तरह से ये उत्पाद तैयार किये जाते हैं अभी तक 2004 से हमारी संस्था में लगभग 200 महिलाओं ने ट्रेनिंग लेकर अपना रोजगार खोला है। यह संस्था एकता विहार सस्त्रधारा देहरादून में है। बुधवार को लैंसडाउन के विधायक दलीप रावत ने भ्रमण किया। उन्होंने एक्सपों में लगे सभी स्टाॅलों को देखा साथ ही नंदा देवी, त्रिशूल व चैखम्भा पवेलियन तथा भारत सरकार द्वारा लगाया गया पवेलियन थीम की काफी सराहना की।उन्होंने उद्योग निदेशालय का बधाई दी और साथ ही भविष्य में भी इस तरह की प्रदर्शनी लगाने के लिए कहा।