महिलाओं ने प्रस्तुत की स्वच्छता की मिशाल
ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन आश्रम एवं शैलपुत्री महिला सेवा समिति ने ढालवाला क्षेत्र में सामूहिक रूप से साप्ताहिक एवं मोहल्ला स्तर पर प्रतिदिन अपने गली व मोहल्ले को स्वच्छ करने का कार्यक्रम शुरू किया। इस स्वच्छता अभियान की विशेषता यह है कि इसमें ढालवाला क्षेत्र की महिलायें एवं बालिकायें सम्मिलित होगी। महिलाओं की निरिक्षण एवं अगुवाई में ढालवाला क्षेत्र की सभी गलियों को स्वच्छ बनाया जायेगा। परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी की प्रेरणा से सम्पन्न इस कार्यक्रम में स्वच्छता के अतिरिक्त उस क्षेत्र के बच्चो के लिये वाटर, सैनिटेशन एवं हाईजीन से सम्बधित जरूरतों पर भी महिला समिति के सदस्यों के सहयोग से कार्य किया जायेगा। इसके अतिरिक्त समिति की महिला सदस्यों के माध्यम से मेन्स्ट्रूअल हाईजीन के प्रति जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा। इस कड़ी में शैलपुत्री महिला सेवा समिति 14 बीघा के कार्यालय में महिला कौशल विकास एवं जागरूकता केंद्र भी स्वामी चिदानन्द सरस्वती के अनुकम्पा से खोला गया है। अपने सन्देश में स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि बालिकाओं की परेशानी व पीड़ा वही भली-भांति समझ सकती हैं जो उनका पालन-पोषण करती है। 21 वीं सदी में समानता के सभी अधिकार महिलाओ को प्राप्त हो रहे है। यदि हमारे देश कि देवियां अपनी गलियों एवं मोंहल्ले की सफाई का दायित्व ले लेती है तो यह संस्कार बच्चों में भी आयेंगे और इस बदलाव की लहर से भारत स्वच्छता अभियान का सपना निश्चित रूप से साकार हो जायेगा। कार्यक्रम मंे, शैलपुत्री महिला सेवा समिति की अध्यक्ष रामप्यारी देवी, उपाध्यक्ष सरस्वती जोशी एवं समिति केे अन्य सदस्य विनिता भट्ट, सरिता सेमवाल, पूनम रावत तथा परमार्थ निकेतन के प्रतिनिधि मोहन सिंह एवं परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमार उपस्थित थे।