मिलवाटखोर कारोबारी त्योहार आते हुए सक्रिय
होली का पर्व करीब है, लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग कुम्भकर्ण की नींद ले रहा है। मिलावट के खेल को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। धंधेबाज बेखौफ लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे में होली के रंग में भंग पड़ने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। होली के करीब आते ही बाजार में मिलावट का कारोबार तेजी से चल निकला है। मिलावटी मावा से लेकर अन्य खाद्य पदार्थो में मिलावट करने वाले सक्रिय हो चुके हैं। रुडकी के बाजारों से लेकर आसपास के झबरेड़ा, भगवानपुर, मंगलौर, लक्सर, लण्ढौरा में मिलावटी खाद्य पदार्थों की खेप पहुंच रही है। लेकिन इस पर अंकुश लगाने के लिए अभी तक खाद्य सुरक्षा विभाग सक्रिय नहीं दिख रहा। ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग की ढिलाई लोगों की सेहत पर भारी पड़ सकती है। पूर्व में दीपावली के अवसर पर खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने दीवाली में 42 नमूने एकत्र किए थे। इन नमूनों की जांच में क्या निकला, आज तक सामने नहीं आया। ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली से लोगों को अपनी सेहत पर खतरा बढ़ता दिख रहा है। हो भी क्यों न जब शिक्षानगरी, धर्मनगरी में कई नामीगिरामी कंपनियों के ही खाद्य पदार्थ के नमूने जांच में फेल हो चुके हैं। ऐसे में आमजन के जीवन के साथ त्यौहारों के अवसर पर खिलवाड़ किया जाता है और विभागीय अधिकारी के दलालों की मिलीभगत से यह धंधा धड़ल्ले से जारी है।