मौहम्मद साहब के इंसानियत के पैगाम को घर-घर पहुंचाएंगेः जमीयत
देहरादून। पैगंबर मौहम्मद साहब के इंसानियत के पैगाम को घर-घर पहुंचाने, नौजवानों को नशे से बचाने ओर मस्जिदों में संचालित शिक्षा केंद्रो को मजबूत करने का फैसला जमीयत उलेमा हिन्द की शहर व जिला इकाई की बैठक में लिया गया है। रविवार को मदरसा दार-ए-अरकम में जिला अध्यक्ष मुफ्ति रईस अहमद कासमी की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में कई अहम मुद्दो पर विचार-विमर्श के बाद फैसला लिया गया है कि पैगंबर मौहम्मद साहब के इंसानियत के पैगाम को घर-घर पहुंचाने के लिये शहर के अलग-अलग हिस्सों में सेमिनार आयोजित किये जाएंगे। आम जनता तक इस्लामी शिक्षा ओर शरीयत के कानून को पहुंचाने की जिम्मेदारी उलेमा की है। उलेमा ने कहा कि मौहम्मद साहब को मानवता के लिये रहमत बना कर भेजा गया है, मौहम्मद साहब ने जो इंसानियत का पैगाम दिया है, वह सब इंसानों के कल्याण के लिये है, इसलिये मौहम्मद साहब के पैगाम को आम जनता तक पहुंचाया जाना चाहिए। इसके लिये जमीयत मस्जिदों के प्रबंधकों व इमामों के साथ मिलकर काम करेगी। बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि मस्जिदों में संचालित होने वाले शिक्षा केंद्रो को मजबूत किया जाएगा। नौजवानों में बढ़ रही नशे की लत को रोकने के लिये युवाओं को नशा से बचाव के लिये जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। बैठक की शुरूआत मदरसा दार-ए-अरकम के छात्र अबुजर की तिलावत से हुई, मौहम्मद गुलफाम ने हम्द गुनगुनाई। बैठक की अध्यक्षता जमीयत के जिला अध्यक्ष मुफ्ति रईस अहमद कासमी व संचालन प्रवक्ता हाफिज मौहम्मद शाहनजर ने किया। इस मौके पर प्रदेश सचिव मौलाना अब्दुल मन्नान कासमी, शहर अध्यक्ष मौलाना राशिद कासमी, जिला उपाध्यक्ष मास्टर अब्दुल सत्तार महानगर महासचिव खुर्शीद अहमद, कारी अब्दुल समद, मुफ्ती अयाज अहमद जामई, मौलाना हाशिम उमर, मौलाना नसीम अहमद, मौलाना मौहम्मद आमिर कासमी, मौलाना अब्दुल वाजिद, कारी फरहान, कारी शावेज, कारी मौहम्मद मुस्तकीम, तौसीफ खान, इरशाद अहमद, तौफीक खान, तनवीर खान आदि मौजूद रहे।