यादव सिंह जैसे अनेक कुबेर मैंन कब पकड़े जायेगे
आज से चार साल पहले देश की जनता भ्रस्टाचार का शब्द तो जानती थी पर उसकी परिभाषा को नहीं जानती थी . समय दर समय बीतने के बाद एक आशा की किरण सबको अन्ना हजारे और केजरीवाल के रूप में मिला .अन्ना हजारे आंदोलन के समय देश की जनता को ये एह्शास हो गया की देश को भ्रस्ट नेता और अधिकारी जनता की कमाई को किस तरह से लूटा रहे है .जनता जागरूक हुई समय बदला जनता को भ्रस्टाचार की परिभाषा समझ में आ गया .वर्तामान समय में केजरीवाल पार्टी बना लिए और अन्ना हजारे को मिडिया निष्क्रिय कर दिया . हमारे देश के अंदर ही इतने काला धन है पहले उसपर करवाई को फिर विदेशी काला धन की बात हो . हाल ही में उत्तर प्रदेश के यादव सिंह अधिकारी के पास काला धन कुबेर पकड़ा गया .ऐसे ही न जाने कितने यादव सिंह जैसे है जो देश और देश की जनता को गर्त में धशा रहे है . भारत सरकार पहले इन कुबेरों पर करवाई कर अपने और जनता के आशाओ पर खड़े उतरे .