युवती की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, नाबालिग व उसका दोस्त गिरफ्तार
रूड़की। कोतवाली गंगनहर क्षेत्रान्तर्गत 11 जुलाई को सुबह हुए युवती की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। नाबालिग बेटे ने पिता के साथ युवती के अवैध सम्बन्धो के शक के चलते पिता की लाइसेंसी बन्दूक से अपने दोस्त के साथ मिलकर युवती की हत्या की। पुलिस ने पूर्व पेइंग गेस्ट हाऊस संचालक के नाबालिग बेटे और साथी को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से लाइसेंसी बंदूक बरामद की है। नाबालिग आरोपी का साथी पुलिस के रिटायर्ड उपनिरीक्षक का बेटा है।गंगनहर कोतवाली में पत्रकार वार्ता में सीओ स्वप्न किशोर ने बताया कि रविवार की सुबह बीएसएम चैक के पास संध्या भाटिया उम्र 26 वर्ष की बाइक सवार दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के समय युवती रोजाना की तरह अपनी एक सहेली के साथ डेयरी से दूर लेकर घर आ रही थी। संध्या एक शोरुम में नौकरी करती थी और परिवार से अलग बीएसएम चैक के पास पेइंग गेस्ट हाउस में रहती थी। सीओ स्वप्न किशोर ने बताया कि संध्या की हत्या उसके पूर्व पेइंग गेस्ट हाऊस संचालक अरविन्द के नाबालिग बेटे ने की थी। बेटे को पिता के संध्या से अवैध संबंध होने का शक था। सीओ ने बताया कि अरविन्द की संध्या से नजदीकी से परिवार में लगातार कलह चल रही थी। जिसे लेकर अरविन्द आए दिन पत्नी से अभद्रता करता था। मां की हालत देख बेटा परेशान हो जाता। इसी परेशानी को लेकर नाबालिग बेटे ने संध्या को रास्ते से हटाने की ठान ली। नाबालिग ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक से संध्या की गोली मारकर हत्या की थी। इस वारदात में वह अपने साथ अपने मोहल्ले के ही अभय सिरोही उर्फ नंदू को भी ले गया। अभय वारदात के दिन बाइक चला रहा था। सीओ ने बताया कि संध्या पहले अरविन्द के यहाँ पेइंग गेस्ट के तौर पर रहती थी। अवैध सम्बन्धो के शक में ही संध्या को पिछले साल दिसंबर माह में अरविन्द की पत्नी ने घर से निकाल दिया था। पुलिस ने घटना में उपयुक्त लाइसेंसी बंदूक और बाइक बरामद की है। सीओ ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने हाईस्कूल में पढ़ाई करने वाले अरविंद के नाबालिग बेटे और उसके साथी रिटायर्ड दारोगा धर्मवीर के बेटे अभय सिरोही उर्फ नंदू को गिरफ्तार किया है। अभय प्राइवेट स्कूल में इंटर का छात्र है। सीओ ने बताया कि अरविन्द के बेटे को मालूम था कि संध्या हर दिन दूध लेने जाती है। इसे लेकर उसने एक दिन उसकी रेकी भी की थी। परिजनों की नजरों से बचाकर वह गिटार के कवर में पिता की लाइसेंसी बंदूक लेकर आया था। संध्या को देखते ही उसने बंदूक के सभी पाघ्ट्र्स को जोडऩा शुरु किया। इसे देख संध्या जब भागने लगी तो उसने पीछा कर गोली चला दी। इसी बीच नाबालिग को ठोकर लग गई और वह जमीन पर गिर गया। इसके बाद उसने पीछा कर उसे नजदीक से गोली मार दी।