राजकीय अस्पताल अटाल में दो वर्षों से डाक्टर नहीं , जानिए खबर
त्यूणी । सरकारी उदासीनता के चलते राजकीय अस्पताल अटाल में दो वर्षों से डाक्टर नहीं हैं। इससे क्षेत्रवासियों को अस्पताल का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्थानीय लोगों ने सीएमओ को पत्र भेजकर अस्पताल में डॉक्टर भेजने की मांग की है। प्रेषित पत्र में स्थानीय लोगों ने बताया कि राज्य सरकार ने लाखों रुपये की लागत से अटाल में अस्पताल का निर्माण कराया था। अस्पताल बनने से अटाल के साथ सैंज, तराणू, हेडसू, बलाणा, फेडिज, कपसाड, अणू, प्लासू, बागीया, काशक, अंतरौली, गुम्मा, चुईया आदि गांवों के ग्रामीणों में स्वास्थ्य लाभ की आस जगी थी। लेकिन, दो वर्षों से अस्पताल में डॉक्टर तक नहीं हैं। जिससे क्षेत्रवासियों को अस्पताल का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। बताया कि डॉक्टर न होने से अस्पताल मात्र एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है। जिससे स्थानीय लोगों को छोटी छोटी बीमारी के उपचार को त्यूणी या चकराता की दौड़ लगानी पड़ रही है। बताया कि इस सम्बंध में कई बार स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रदेश सरकार तक मांग की जा चुकी है। लेकिन, कोई गंभीरता नहीं दिखा रहा है। जिसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने सीएमओ से जल्द मांग पर संज्ञान लेते हुए क्षेत्रवासियों के हक में डॉक्टर तैनात करने की मांग की है। पत्र भेजने वालों में प्रभु लाल शर्मा, चंडी प्रसाद शर्मा, प्रदीप, प्रेम चन्द शर्मा, देवानंद शर्मा, कमालचंद, ढुलाराम शर्मा, आशा राम, रोशनलाल, श्रीचन्द, श्यामदत्त शर्मा, जयलाल, कृपाराम, भागमल आदि शामिल रहे।