राज्यपाल ने किया पंतनगर विश्वविद्यालय एवं जी.जी.आई.सी.का भ्रमण
देहरादून /पंतनगर। पंतनगर विश्वविद्यालय में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, ने समन्वित कृषि एकक (इंटीग्रेटेड फार्मिंग यूनिट) का भ्रमण किया। समन्वित कृषि एकक में विश्वविद्यालय के निदेशक शोध, डा. एस.एन. तिवारी द्वारा राज्यपाल को विस्तृत जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य गांव स्तर पर छोटे एवं सीमांत किसान, जिनके पास छोटी जोत है, को अच्छी आय प्राप्त कराना है। इस दौरान राज्यपाल मौर्य को इस यूनिट के अन्तर्गत चलाये जा रहे कुक्कुट पालन, पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा विकसित बकरी की प्रजाति ‘पंतजा‘, मत्स्य एवं बत्तख पालन, मधुमक्खी पालन, बागवानी, नर्सरी और मशरूम उत्पादन के विषय में विस्तृत जानकारी दी। इसके बाद राज्यपाल द्वारा धान के प्रक्षेत्र का भी भ्रमण किया। उन्होंने सलाह दी कि इस माॅडल को किसानों के द्वारा अपनाये जाने पर वैज्ञानिकों द्वारा बल दिया जाना चाहिए ताकि उनकी आय में आशातीत वृद्धि की जा सके। उन्होंने अगली बार इस प्रकार के किसानों से मुलाकात करने की इच्छा भी प्रकट की। राज्यपाल ने वैज्ञानिकों को कागजो के आकड़ों पर आधारित न रहकर धरातल पर काम करने की आवश्यकता बतायी, जिससे किसानों को वास्तविक लाभ मिल सके। तत्पश्चात राज्यपाल मौर्य ने पंतनगर परिसर में स्थित राजकीय कन्या इंटर कालेज का भ्रमण किया और वहां राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं की आजीविका हेतु बनाये उत्पादों को देखा और उनकी सराहना भी की। तत्पश्चात राज्यपाल ने कक्षाओं का भ्रमण किया और 12वीं कक्षा की छात्राओं से मुलाकात की तथा उनसे उनकी पढ़ाई और भविष्य के बारे में जाना, साथ ही उन्हें सलाह दी कि वे अपने लक्ष्य को ध्यान में रख कर पढ़ाई करें और अच्छे व्यक्तित्वों से प्रेरणा लें। उन्होंने सभी राजकीय कन्या इंटर कालेज में छात्राओं को उनकी रूचि के अनुसार सीखने और काउंसिलिंग के लिए सप्ताह में एक पीरियड विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों यथा स्वास्थ्य, अधिकार, सुरक्षा, कानून, द्वारा लिये जाने की सलाह दी, ताकि छात्राओं को विभिन्न मुद्दों पर जागरूक किया जा सके। राज्यपाल ने कमजोर वर्ग की छात्राओं की सहायता हेतु जिलाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने प्रधानाचार्या से छात्राओं के लिए शिक्षणेत्तर गतिविधियों को कराने की सलाह भी दी, ताकि उनका संपूर्ण विकास हो सके। राज्यपाल ने प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी पिथौरागढ़ वन्दना से जनपद में संचालित हो रही विकास कार्यो एवं पुलिस अधीक्षक आर.सी. राजगुरू से कानून व्यवस्था केे बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी ली। प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा राज्यपाल को जनपद की प्रशासनिक इकाईयों एवं वर्तमान में संचालित विकास कार्यो आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। राज्यपाल द्वारा प्रभारी जिलाधिकारी को महत्वपूर्ण मुद्दे व समस्यों पर एक नोट तैयार कर दो दिन के भीतर राजभवन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। ताकि सरकार व शासन को प्रस्ताव उपलब्ध कराया जा सके। बैठक के दौरान ने जनपद में स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यो केे बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि पाॅलिथीन के उपयोग को पूर्ण रूप से प्रतिवन्धित करते हुए जनपद को साफ एवं स्वच्छ रखा जाय। राज्यपाल ने कहा कि पहाड की महिलायें यहां की अर्थ व्यवस्था में रीड की हड्डी है इस हेतु महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा जो भी योजना संचालित की गई है वह प्रत्येक पात्र महिला तक उन योजनाओं का लाभ मिल सके। इसके लिए योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में प्रयास किए जाएं। कृषि एवं औद्यानिकी क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो की जानकारी लेते हुए राज्यपाल ने कहा कि किसानों को उनके उत्पादों का उचित दाम मिल सके इस हेतु उन्हे उचित बाजार व विपणन की व्यवस्था मुहैया कराने के साथ ही कृषि बीमा का लाभ उन्हें उपलब्ध कराया जाय। राज्यपाल ने कहा कि जनपद पिथौरागढ़ में किसी एक ऐसे क्षेत्र को फोकस किया जाय जिससें की उस क्षेत्र में पिथौरागढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान मिल सके। इस दौरान राज्यपाल द्वारा उज्ज्वला योजना, आयुषमान भारत योजना जनपद में खाद्यान व्यवस्था आदि योजनाओं के विषय में प्रभारी जिलाधिकारी से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि वर्तमान में विशेष रूप से युवाओं में नशे की प्रवृत्ति जो बढ़ रही है, उसकी रोकथाम हेतु प्रभावी कदम उठाते हुए विद्यालय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाते हुए नशे के प्रचलन का खत्म किया जाय। भ्रमण के दौरान राज्यपाल द्वारा विकास भवन स्थित किसान आउटलेट का भी निरीक्षण कर महिला समूह द्वारा उत्पादित कृषि उत्पादों का अवलोकन कर एकीकृत आजीविका परियोजना के अन्तर्गत महिला समूह द्वारा कृषि एवं औद्योनिक उत्पादों की प्रशंसा की उन्होने विकास भवन में उद्योग विभाग द्वारा हथकरघा उत्पादों के क्षेत्र में तैयार किये गये विभिन्न उत्पादों का भी अवलोकन करते हुए हथकरघा उत्पादों की प्रशंसा करते हुए प्रभारी जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि वह जनपद में हथकरघा उद्योंगों को और अधिक प्रोत्साहित करते हुए योजना पर वृहद तरीके से कार्य करें। विशेष रूप से इस क्षेत्र में अधिक से अधिक महिलाओं को जोडा जाय। भ्रमण के दौरान देर सायं राज्यपाल द्वारा पिथौरागढ़ में पर्यटन क्षेत्र को बढावा दिये जाने हेतु सरकार द्वारा चयनित डैस्टिनेशन क्षेत्र चण्डाक मोस्टामानों का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान राज्यपाल ने क्षेत्र के प्रसिद्व मोस्टामानों मन्दिर में पूजा अर्चना कर क्षेत्र जनपद प्रदेश की खुशहाली हेतु ईश्वर से कामना की। उन्होने क्षेत्र की प्राकृतिक सौन्दर्य की प्रशसा की। इस दौरान प्रदेश पेयजल एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत द्वारा चण्डाक मोस्टामानों क्षेत्र जिसे सरकार द्वारा 13 पर्यटन डस्टिनेशन क्षेत्र में से एक चुना गया है उस क्षेत्र में पर्यटन विकास हेतु किये जाने वाले कार्यो के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर मन्दिर कमेटी द्वारा महामहिम को मोस्टामानों मन्दिर की आकृति प्रतीक भेट किया गया। इस अवसर पर सचिव राज्यपाल आर.के. सुधांसु सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी गणमान्य नागरिक आदि मौजूद रहे।