राज्यों के स्थानीय उत्पाद मिड डे मील में हो सम्मिलित : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को विधानसभा में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि नीति आयोग की बैठक में मैंने नीति आयोग से अनुरोध किया कि राज्यों के स्थानीय उत्पादों को मिड डे मील में सम्मिलित किया जाना चाहिए। जब से भारत सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुना किया है। उसका किसानों में अच्छा रिस्पांस गया है, किसानों ने उत्पादन बढ़ाया है। परम्परागत उत्पादन में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सौंग बांध का कार्य बरसात के बाद शुरू हो जायेगा। इसके लिए लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। शिलान्यास होते ही इस पर तेजी से कार्य होगा। मिशन रिस्पना टू ऋषिपर्णा के लिए भी सभी औपचारिकाताएं अन्तिम चरण में हैं। रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। उसके लिए राज्य में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। होम स्टे को बढ़ावा दिया है। जो लोग सर्विस सेक्टर में आना चाहते हैं, उनके लिए क्लीयरेंस के लिए सिंगल विडों सिस्टम की सुविधा दी गई है। सरकार ने पर्यटन व सर्विस सेक्टर में राज्य को आगे बढ़ाने का जो निर्णय लिया है, उसके परिणाम आने शुरू हो गये हैं। इन्वेस्टर समिट से पहले उद्योग जगत से जो आह्वाहन किया, उसे उन्होंने सकारात्मक लिया है। आॅल वेदर रोड का कार्य पूर्ण होने, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन के निर्माण व एयर कनेक्टिविटी के और अधिक विस्तारित होने से अनेक औद्योगिक कम्पनियां उत्तराखण्ड में आयेंगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि टिहरी झील में सी प्लेन के लिए 03 जुलाई 2019 को एमओयू हस्ताक्षरित होने वाला है। उसके बाद टिहरी झील में सी प्लेन का रास्ता साफ हो जायेगा। राज्य सरकार की ‘‘13 न्यू डिस्ट्रिक 13 न्यू डेस्टिनेशन’’ की जो परिकल्पना है, उनके साकार होने का समय आ चुका है। सरकार ने निर्णय लिया है कि पिथौरागढ़ के मोस्टमानू में भारत का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन बनाया जायेगा। यह 50 हैक्टेयर भूमि में बनाया जायेगा। इसमें लगभग 50 करोड़ रूपये खर्च होंगे। पहली किस्त में इसके लिए 5 करोड़ रूपये जारी करने वाले हैं। हमारी भविष्य की परिकल्पना है कि दुनिया भर से लोग पिथौरागढ़ में आयें और वहां की प्राकृतिक सौन्दर्य का आनन्द ले सकें।