‘राज्य दिव्यांग आयोग‘ का गठन करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य
मुख्यमंत्री हरीश रावत से बीजापुर अतिथि गृह में दिव्यांग क्रान्ति आन्दोलन सघर्ष समिति, उत्तराखण्ड के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। उन्होंने राज्य दिव्यांग आयोग के गठन के लिए मुख्यमंत्री रावत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में दिव्यांगों के कल्याण के लिये ‘राज्य दिव्यांग आयोग‘ का गठन करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य है। राज्य के कुमांयु एवं गढ़वाल मंडल में दिव्यांगों के लिए एक-एक आई.टी.आई. खोलने तथा दिव्यांग को सेवायोजित किये जाने के लिये 2 माह का विशेष भर्ती अभियान चलाए जाने के लिए भी सघर्ष समिति के सदस्यों ने भी मुख्यमंत्री रावत को धन्यवाद दिया।मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगों के साथ खड़ी है और उनकी समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए ही दिव्यांग आयोग का गठन किया जा रहा है। इस आयोग में भी दिव्यांगजनों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। आयोग बन जाने के उपरान्त दिव्यांग भाई एवं बहनों को अपनी समस्याओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। शीघ्र ही दिव्यांगजनों के लिये भर्ती अभियान चलाया जायेगा ताकि हमारे दिव्यांग भाई-बहन को रोजगार मिल सके और वे आत्मनिर्भर बन सके। प्रतिनिधिमंडल में संदीप आरोड़ा, सोनी अरोड़ा, राहुल जैन, शिखा जैन, अमित डोभाल, अपूर्व नोटियाल, राज धामी एवं अतुल राठौर अमित जोशी आदि उपस्थित थे |