लापता चल रहे ठेकेदार की हत्या का हुआ खुलासा
रंगाई पुताई का काम करने वालों ने पैसों के विवाद में की थी हत्या
देहरादून। दून पुलिस ने लापता चल रहे ठेकेदार की हत्या का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार की हत्या रंगाई पुताई का काम करने वाले तीन मजदूरों के रूपयों को लेकर हुए विवाद में की थी। हत्यारोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने ठेकेदार का शव विकासनगर के चाय बगान से बरामद कर लिया है। पुलिस ने एक अन्य गुमशुदा व्यक्ति का मोबाइल फोन भी एक आरोपी के कब्जे से बरामद किया है। पुलिस कार्यालय में पत्रकारों को इस बात की जानकारी देते हुए पुलिस कप्तान डा.सदानन्द दाते ने बताया कि 30 जून को चमन विहार निरंजनपुर निवासी कर्मचन्द्र पुत्र सोहन लाल जो की ठेकेदारी का काम करते है। लगभग 11 बजे अपने घर से निकले थे। परिजनों के अनुसार कर्मचन्द्र शर्मा हमेशा दो से ढाई बजे के बीच लंच के लिए घर आ जाते थे। लेकिन वह उस दिन न तो घर आये और न ही उनका फोन लगा। उनका फोन स्विच आफ बताया गया। परिजनों द्वारा उनकी काफी खोजबीन की गयी लेकिन जब उनका कुछ पता नहीं चला तो 3 जुलाई को पटेलनगर कोतवाली में उनकी गुमशुदगी दर्ज करायी गयी। ठेकेदार की गुमशुदगी को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी। तलाश के दौरान पुलिस ने बुधवार को गुमशुदा ठेकेदार की एक्टिवा यूके07ए.एन-4976― सेलाकुई क्षेत्र के धूलकोट तिराहे से रवि कुमार व सागर उर्फ विशाल के कब्जे से बरामद की। जिन्होंने पूछताछ में बताया कि वह लोग रंगाई पुताई का काम करते है। लापता चल रहे ठेकेदार ने उनसे एक कोठी में पुताई का काम करवाया था। जिसके 25 हजार रूपये उसने नहीं दिये थे। इसी कारण उसे ठिकाने लगाने के लिए उन्होने अपने तीसरे साथी सूरज के साथ मिलकर 30 जून को काम दिलाने के बहाने कर्मचन्द्र को बुलाया और विकासनगर चाय बगान में ले जाकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को झाड़ियों में छिपाकर वह ठेकेदार की एक्टिवा लेकर देहरादून वापस आ गये। पुलिस ने हत्यारों की निशान देही पर ठेकेदार कर्मचन्द्र का शव बरामद कर लिया। पुलिस ने हत्यारों के तीसरे साथी सूरज को भी घटना में प्रयुक्त बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया।