वन विभाग के गोदामों में सड़ रही है करोड़ों रुपये की बेशकीमती लकड़ी
हल्द्वानी। वन विभाग के गोदामों में करोड़ों रुपये की बेशकीमती लकड़ी सड़ रही है। अधिकांश माल तस्करों से जब्त किया गया है। वहीं सुल्ताननगरी, हनुमानगढ़ी स्थित गोदाम में लीसे की स्थिति भी पहले यही थी। लेकिन पिछले नौ माह में नैनीताल वन प्रभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद 96 करोड़ 78 लाख का लीसा बिक्री कर दिया। पश्चिमी वन वृत्त में तराई पूर्वी, तराई पश्चिमी, तराई केंद्रीय, हल्द्वानी व रामनगर वन प्रभाग शामिल हैं। यहां पिछले सात साल में करीब 25 हजार क्विंटल लकड़ी अलग-अलग मामलों में वन विभाग ने पकड़ी है। ज्यादातर मामले तस्करों पर कार्रवाई से जुड़े हैं। इनमें सागौन, शीशम, खैर समेत कई प्रजातियों की लकडियां हैं। अधिकारियों का कहना है डंप लकड़ी की नीलामी को लेकर मार्च का समय तय किया गया था। पर आचार संहिता व चुनावी ड्यूटी की वजह से मामला अटक गया। सुल्ताननगरी, हनुमानगढ़ी, पायखाम डिपो, टनकपुर डिपो स्थित लीसा केंद्र से एक लाख 85 हजार क्ंिवटल लीसा दिसंबर तक बिक्री किया गया। लेकिन समस्या यह है कि जितना माल निकलता है। उतनी मात्रा में पहाड़ से फिर डिपो पहुंच जाता है। इनके रेट के विवाद को लेकर अक्सर समस्या खड़ी होती है।