विकलांग लोगो के जीवन में खिलाडी प्रेम कुमार भर रहे है खुशिया
सपने सभी के कुछ न कुछ होते है पर जो दूसरे के सपनो को पूरा करने के लिए उनके सपने को अपना सपना बना लेते है उन्ही में से एक पैराओलम्पिक खिलाड़ी प्रेम कुमार | प्रेम कुमार पैराओलम्पिक खेल में उत्तराखण्ड के लिए अनेक पदक जीते हुए है | खेल के साथ साथ प्रेम कुमार सामाजिक रूपी उस दर्द को भी बखूबी जानते है जो बिकलांग शब्द से जाना जाता है इस शब्द को प्रेम कुमार ने अपने जीवन में हावी न होंने देने के साथ साथ ऐसे ही अनेको विकलांग लोगो के जीवन में भी इस शब्द की परिभाषा को बदलने में दिनरात एक किये हुए है |खिलाड़ी प्रेम कुमार देहरादून में 160 विकलांग लोगों को खेल के माध्यम से एक खिलाड़ी के रूप में तरास रहे है | पैराओलम्पिक सिटींग वालीबाल खेल के द्वारा प्रेम कुमार विकलांग खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहे है | विदित हो की प्रेम कुमार अपने जज्बे और साहस के माध्यम से प्रदेश और देश के नाम अनेको पदक जीते अभी हाल ही में एशियन पैराओलम्पिक खेल में पदक जीत कर देश और प्रदेश को गौर्वान्तित किये | इसके अलावा चेन्नई में आयोजित १६ राष्ट्रीय ओपन पैराओलम्पिक बैडमिंटन टूर्नामेंट में प्रेम कुमार ने एकल और युगल वर्ग की प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल हासिल किया |