विश्व कप में हर टीम भारतीय बोलिंग से सावधान रहेगी: भुवनेश्वर कुमार
भारतीय टीम में मौजूदा के उन सात खिलाड़ियों में भुवनेश्वर कुमार भी शामिल हैं जो 2011 की विश्व कप टीम का भी हिस्सा थे। गेंद को स्विंग कराने की खूबी उन्हें भारतीय वनडे टीम का अहम हिस्सा बनाती है।डेथ ओवर्स में बोलिंग का भुवनेश्वर को एक्सपर्ट माना जाता है। वह वर्ल्ड कप 2019 के लिए चुनी गई भारतीय टीम में शामिल तीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं। 29 वर्षीय यह बोलर आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के साथ था और वर्ल्ड कप में वह अपने प्रदर्शन से गहरा असर छोड़ना चाहते हैं। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ खास बातचीत में भुवनेश्वर ने पिछले 12 महीनों चोट की वजह से हुई परेशानी और जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ गेंदबाजी के अपने अनुभव व कई अन्य मुद्दों पर बात की। बेशक रफ्तार और वैरिएशन को लेकर मेरी गेंदबाजी में काफी सुधार हुआ है। मेरे पास अब स्लो और नकल बॉल है। इसके साथ ही मेरी फिटनेस में भी सुधार हुआ है। मैं इस बात पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता कि हम बेस्ट बोलिंग अटैक हैं अथवा नहीं क्योंकि मैदान पर हमारा प्रदर्शन ही बताता है कि हम क्या हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमारा खेल हमारे बारे में बताता है। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण लगातार मजबूत हुआ है। आज हम कह सकते हैं कि हमारा गेंदबाजी आक्रमण किसी भी विकेट पर प्रभावी प्रदर्शन कर सकता है।