शुक्र है : मोबाइल बना वरदान, नही तो जाती जान
उत्तरकाशी । हर्षिल के लामा टॉप पर गत सोमवार देर सांय को पैर फिसलने से खाई में गिरे दिल्ली के पर्यटक की जान बचाने में हर्षिल पुलिस व स्थानीय ग्रामीण कामयाब रही। गनीमत रही कि क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क उस वक्त काम कर रहा था, नहीं तो पर्यटक की जान भी जा सकती थी। दरअसल, सीमांत जनपद उत्तरकाशी के दूरस्थ व हिमालयी इलाकों में मोबाइल नेटवर्क आसानी से नहीं आता है। हर्षिल के लामा टॉप पर अधिकांश समय नेटवर्क कवरेज क्षेत्र से बाहर होता है और कभी कभी ही यहां मोबाइल नेटवर्क कैच करता है। ऐसी स्थिति में अगर कोई पर्यटक यहां दुर्घटना का शिकार हो जाता है तो उसकी मदद आसानी से नहीं की जा सकती। कुछ ऐसा ही सोमवार की शाम करीब 4 बजे हर्षिल के इसी लामा टॉप पर चढ़ाई के दौरान दिल्ली के पर्यटक संजय शेफर्ड का पैर फिसल गया और वह गहरी खाई में जा गिरा। गनीमत रही कि पर्यटक का मोबाइल फोन बच गया और जिस होटल में वह ठहरा हुआ था, वहां घटना की सूचना दे पाया वरना मोबाइल नेटवर्क काम ना करता तो पर्यटक की जान भी जा सकती थी। जिसके बाद होटल मालिक ने थाना हर्षिल पुलिस को घटना की जानकारी दी। हर्षिल थानाध्यक्ष अजय शाह ने बताया कि उनकी टीम रात में ही जान जोखिम में डालकर पैदल चढ़ाई चढ़कर लामा टॉप पर पहुंची और लाइव लोकेशन की मदद से काफ मशक्कत के बाद पर्यटक को सुरक्षित खाई से निकाल पाने में कामयाब रही।