सरकार को जगाने के लिए कर रहा आंदोलन : अन्ना हजारे
टिहरी। समाज सेवी अन्ना हजारे ने कहा कि किसानों की समस्याओं के लिए केन्द्र सरकार जिम्मेदार है। भाजपा ने चुनाव के समय जनता से जो वायदे किये थे सत्ता में आते ही वह उन्हें भूल गई और जनता से जुड़ी समस्याओं का निराकरण करने में केन्द्र सरकार साढ़े तीन साल के कार्यकाल में असफल रही है। उन्होंने कहा कि इसीलिए सरकार को जगाने के लिए मैं अब आंदोलन करने जा रहा हूं जिसके लिए मुझे उत्तराखंड के लोगों का सहयोग भी चाहिए। वीसी गबर सिंह नेगी चौराहा चम्बा में समाज सेवी अन्ना हजारे ने जनसभा को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी पर बहुत भरोसा था कि अच्छा काम करेंगे और देश के जनता के अच्छे दिन जरूर आएंगे लेकिन वे भी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले मैने केन्द्र सरकार के खिलाफ इसलिए कुछ नहीं कहा कि इन्हें कुछ समय दिया जाए, लेकिन जब साढ़े तीन साल का समय हो गया है और केंद्र सरकार ने लोकपाल, कालाधन आदि के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो मुझे मजबूरन अब आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। जनता के खातों में 15 लाख तो क्या 15 रुपये भी नहीं आए। उन्होंने कहा कि देश के किसानों की स्थिति सुधरने के बजाए बदत्तर होती जा रही है और इसके लिए केन्द्र की भाजपा सरकार ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी करने वालों को अच्छी सैलरी व पेंशन मिलती है तो किसानों को कम से कम पांच हजार रुपये पेंशन मिलनी चाहिए। उन्घ्होंने कहा कि मैंने जब भी आंदोलन किए सरकारों ने मुझे जेल में डाला, लेकिन तब-तब सरकारें भी गिरी है। उन्घ्होंने कहा कि मैंने रालेगण सिद्वि में जिस तरह का गांव विकसित किया उसे देखने के लिए अब तक नौ लाख से अधिक शोधार्थी विद्यार्थी आये हैं। ऐसा ही यदि सरकारें भी करें तो देश खुशहाल और संपन्न होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को उसके वायदे याद दिलाने और उसे जगाने के लिए आगामी 23 मार्च से दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन किया जायेगा, जिसके लिए मुझे उत्तराखण्ड के लोगों का सहयोग भी चाहिए।