सांसद निधि खर्च करने में बलूनी ने पेश की मिसाल, जानिए ख़बर
देहरादून । देवभूमि में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां विकास की सख्त दरकार है। जहां आज भी मूलभूत समस्याओं के अभाव में लोग जीवन यापन कर रहे हैं। वहीं विकास को गति देने और लोगों के समुचित विकास के लिए के लिए हमारे सासंदों को जो सांसद निधि मिलती है उसमें कुछ आगे तो कुछ सांसद निधि खर्च नहीं कर पाए हैं। राज्यसभा सांसदों की बात करें तो राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने एक नई मिशाल पेश की है। बलूनी अभी तक एक जारी किश्त को खर्च कर चुके हैं। वहीं 2018-19 में रिलीज हुए 2.5 करोड़ धनराशि को अनिल बलूनी अपने क्षेत्र में विकास योजनाओं में लगा चुके हैं। वहीं राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा और राज बब्बर की सांसद निधि से करीब आधा ही खर्च कर पाये हैं। वहीं सासंद निधि खर्च करने में सबसे आगे नैनीताल सासंद भगत सिंह कोश्यारी है। जिनके 20 करोड़ की सासंद निधि में से केवल 1.66 करोड़ ही शेष बची है। वहीं दूसरे नंबर पर हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक हैं। जिन्होंने 17.5 की सांसद निधि में से केवल 71 लाख शेष बचे हैं. बाकी वे अपने क्षेत्र में खर्च कर चुके हैं। उत्तराखंड में 5 लोकसभा सीटों पर पौड़ी लोकसभा सीट से सांसद भुवन चंद्र खंडूडी ने अब तक सबसे कम खर्च किया है। सांसद भुवन चंद्र खंडूडी की 12.5 करोड़ की निधि में से 5.46 करोड़ की सांसद निधि अभी खर्च की जानी बाकी है। वहीं इसके बाद अल्मोड़ा से कांग्रेस सांसद अजय टम्टा की 4.14 करोड़ की सांसद निधि पेंडिग है। इसके बाद तीसरे नंबर पर टिहरी लोकसभा सीट से सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ने अपने सासंद निधि में से 3.3 करोड़ खर्च नहीं किये हैं।