सिंचदी जा बचोंदी जा यौं मैती की डाली तैं…..
रुद्रप्रयाग। मैती आंदोलन के तहत ग्राम सभा मलाऊं में “सिंचदी जा बचोंदी जा यौं मैती की डाली तैं” विषय पर सम्मेलन का आयोजन कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने मैती पौधे का रोपण कर आंदोलन में व्यापक रूप से सहभागिता की जरूरत बताई। सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए मैती आंदोलन के प्रदेश उपाध्यक्ष हरीश बशिष्ठ ने कहा कि पहाड़ में मैती आंदोलन को जो समर्थन मिल रहा है, वह सराहनीय है। कहा कि इसी तरह आंदोलन को जन सहयोग मिलता रहा तो भविष्य में मैती आंदोलन पर्यावरण के क्षेत्र में नई मिशाल कायम करेगा। विदित हो की मैती आंदोलन की शुरुआत कल्याण सिंह रावत द्वारा बहुत वर्षो पूर्व किया गया जो आज एक जन आंदोलन से मैती आंदोलन का रूप ले लिया है | इस दौरान ग्राम सभा मलाऊं में नव दम्पति आरती एवं देवेन्द्र ने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए एक माल्टे के पौधे का रोपण किया। बारात में आए बारातियों ने परम्परा की सराहना की और भविष्य में इस तरह के कार्यक्रमों को अपने क्षेत्र में भी करने की बात कही। इस मौके पर नेहा, वंदना, मंजू, नीलम, भगवती, रूचि, मीनाक्षी, लबली, खुशी, नीलम, बिपाशा, मनोरमा सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।