सीएम ने दिव्यांग लोगों को कृत्रिम सहायता उपकरण किये वितरित
अल्मोड़ा | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अल्मोड़ा स्थित एस.एस.जे. परिसर में भारतीय कृत्रिम अंग विनिर्माण निगम (एलिम्को) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि बी0पी0एल0 श्रेणी के वरिष्ठ नागरिको हेतु केन्द्र सरकार द्वारा चलायी गई राष्ट्रीय वयोश्री योजना का लाभ सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के पात्र व्यक्तियों को मिल सके। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय एवं सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग द्वारा यह योजना चालू की गयी है। उत्तराखण्ड में जनपद अल्मोड़ा से इसकी शुरूआत की गयी है। अभी तक देश के 08 प्रान्तों में यह कार्यक्रम आयोजित किये गये है। 09वाॅ प्रान्त उत्तराखण्ड चुना गया है। इस योजना के अन्तर्गत केन्द्र सरकार द्वारा प्रत्येक प्रान्त के 02 जनपदो को चयनित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड में इसी तरह का अगला कार्यक्रम हरिद्वार में आयोजित होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार द्वारा 2.50 लाख से कम आय वाले ऐसे 04 लाख से अधिक लोगो को उज्जवला योजना के तहत निःशुल्क गैस कनैक्शन से आच्छादित किया जायेगा । वीरगति प्राप्त सैनिक एवं अर्द्धसैनिक बलो के परिवार के आश्रितों को राजकीय सेवा में रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा और अधिक सुविधा सम्पन्न हो सके और वहाॅ पर अधिकाधिक पर्यटक आ सके इसके लिए केदारपुरी का पुनर्निर्माण शीघ्र किया जा रहा है। इसके लिए 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ आ रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में सबसे अधिक पलायन जनपद पौड़ी व अल्मोड़ा में हो रहा है इसके लिए सरकार ने पौड़ी में इसके मुख्यालय खोलने का निर्णय लिया है । पलायन रोकने लिए हमें गाॅवों में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के नय अवसर पैदा करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 670 न्याय पंचायतों को ग्रोथ सेन्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें 150 से 200 तक लोगो को रोजगार मुहैया कराया जा सकेगा जिसके लिए पहले चरण में 50 ग्रोथ सेन्टर विकसित किए जायेंगे। स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक जिले में 02 आई0सी0यू0 सेन्टर की स्थापना की जा रही है, इसके साथ ही टेलीमेडिशन और टेली रेडियोलाजी की शुरूआत की जायेगी। उन्होंने ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘‘ के लिए आगे आने की बात कही और बेटियों के जन्म पर एक पौधा रोपण कर इस कार्य में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को जन आन्दोलन बनाने की जरूरत है ताकि 2022 तक नये भारत की परिकल्पना को साकार किया जा सके। इस कार्यक्रम में उन्होंने दिव्यांग लोगों को कृत्रिम/सहायता उपकरण वितरित किये।