सीएम ने बागेश्वर में किया 253 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
बागेश्वर | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बागेश्वर के कपकोट विधानसभा क्षेत्र में कुल 253.30 करोड़ की 115 योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। जिसमें 69.58 करोड़ रूपये की 27 योजनाओं का लोकार्पण व 183.72 करोड़ रूपये की 88 योजनाओं का शिलान्यास शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बागेश्वर में मशीन द्वारा ऊन कतरन योजना का भी शुभारम्भ भी किया, जिसके द्वारा मशीन से ऊन के कतरन का कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने मशीन द्वारा उन कतरन योजना हेतु 15.65 लाख की धनराशि की लागत से निर्मित इस योजना की घोषणा पिछले वर्ष की थी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण विकासात्मक योजनायें चलाई जा रही बागेश्वर में बागनाथ धाम का जीर्णोधार, सड़कों का निर्माण, गरूड़ में फैक्ट्री का निर्माण कार्य प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में चीड़ की पत्तियों से रोजगार की अपार संभावनायें हैं। चीड़ की पत्तियों से बिजली बनाई जा सकती है। इसके तहत अभी तक 50 करोड़ रूपये के ठेके हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि चीड़ की पत्ती से बिजली निर्माण के क्षेत्र में आवश्यकता पड़ने पर प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। जिससे बेरोजगार युवाओं एवं महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे तथा पहाड़ों से हो रहे पलायन को भी रोका जा सकेगा। राज्य सरकार पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों के लिए कार्य कर रही है तथा इस क्षेत्र में शोध कार्य भी किया जा रहा है ताकि दूरस्थ क्षेत्रों का विकास हो सके। इसके लिए सभी लोगों का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी व्यवसायिक प्रवृति व विवेक से कार्य करे इसके लिए प्रकृति ने हमें अनेक संसाधन दिये है। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्तिगत रूप में कृषि, सहकारिता, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन, फूड पैकेजिंग कार्य के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जा रहा है तथा समूहों के लिए 05 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का शुभारम्भ किये जाने से असंगठित कामगारों को इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत में मजदूरों की लगभग 92 प्रतिशत संख्या असंगठित कामगार है। इस योजना के लिए वे पात्र होंगे जिनकी आयु 18 से 40 वर्ष के बीच है तथा उनकी महीने की आमदनी 15 हजार से कम हो। इस योजना के अन्तर्गत 18 से 40 वर्ष के आयु के लाभार्थी जिसका श्रम विभाग में पंजीकरण हो वे एक नियत धनराशि प्रतिमाह जमा करायेंगे इस नियत धनराशि के बराबर ही धनराशि सरकार द्वारा जमा करायी जायेगी। लाभार्थी 60 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद पेंशन का पात्र होगा। इस योजना के अन्तर्गत यदि लाभार्थी की बीच में दुर्घटनावस मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार को 06 लाख रूपये की धनराशि दी जायेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 05 लाख 37 हजार लोगों के कार्ड बनाये गये। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना से प्रदेश के सभी परिवारों को जोड़ा गया है। इस योजना में सभी पात्र व्यक्तियों का 05 लाख तक के निःशुल्क ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रधामंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत 75 हजार लाख के बजट का प्राविधान किया गया है, जिसमें किसानों को प्रतिवर्ष इस योजना का लाभ मिलता रहेगा।