सुरक्षित प्रसव से ही घटेगा मातृ-शिशु मृत्युदरः डा. सुजाता संजय
देहरादून । संजय आॅर्थोपीडिक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेन्टर द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की मुख्य वक्ता राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित रु100 वीमेन्स अचीवर्स ऑफ इंडिया डाॅ0 सुजाता संजय स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञा द्वारा गर्भावस्था से पूर्व देखभाल व समस्या के बारे में व्याख्यान दिया। इसमें मुख्यतः मेडिकल छात्र-छात्राएं, नर्से, फिजीशियन, बी एम एस पेरामेडिकल छात्र-छात्राऐं आदि शामिल थे। डाॅ0 सुजाता संजय ने सेमीनार में मेडिकल छात्र-छात्राओं को सुरक्षित प्रसव के गुर सिखाएं तथा सुरक्षित प्रसव के तरीके एवं इसमें आयी नयी तकनीक के बारे में जानकारी दी। डाॅ0 सुजाता संजय ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि प्रसूति/प्रसव, जिसे इंग्लिश में लेबर कहते है, वो प्रक्रिया है जिसके द्वारा गर्भ में पल रहा शिशु जन्म लेता है। इस प्रक्रिया के द्वारा न केवल बच्चे बल्कि एक माँ का जन्म भी होता है क्योंकि बच्चा जनने के बाद ही एक स्त्री माँ कहलाती है। डाॅ0 सुजाता संजय ने कहा कि नार्मल लेबर से पूर्व एक गर्भवती महिला को किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए खासतौर से स्वास्थ्य का और किन परिस्थितियों में वह माँ बनने के लिए समर्थ होती है। साथ ही उन्होंने अपने व्याख्यान में गर्भावस्था के दौरान होने वाली कठिनाईयों से बचने के लिये महत्वपूर्ण सुझाव व्यक्त किये। साथ में यह भी बताया कि प्रसव उपरान्त महिला व उसके शिशु को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। गर्भवती को किन पौष्टिक तत्वों का सेवन करना चाहिये जिससे कि गर्भस्थ शिशु को उचित पोषण मिल सके। डाॅ0 सुजाता संजय ने कहा कि गर्भवती महिलाएं खाासकर आर्थिक तौर पर कमजोर तबकों की महिलाएं आमतौर पर कुपोषित होती हैं उन्हें गर्भधारण के दौरान महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी नहीं मिलते इसका नतीजा अक्सर ये होता है कि बच्चे किसी न किसी विकार के साथ पैदा होते हैं, उन्होंने कहा कि यदि गर्भवती महिलाओं की समय पर देखभाल की जाए तो नवजात शिशु स्वस्थ पैदा होगें। डाॅ0 सुजाता संजय ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि यदि पेशाब में जलन हो तो इसके बारे में डाक्टर की राय जरूर लेनी चाहिए। गर्भावस्था में उल्टी का होना भी स्वभाविक माना जाता है। 50 प्रतिशत मामलों में सुबह सोकर उठने पर उल्टी जरूर होती है। यदि उल्टी पूरा दिन हो तो डाक्टर से सलाह जरूर लें। गर्भावस्था के दौरान कब्ज की शिकायत भी बहुत होती है। इससे बचने के लिए खानपान का ख्याल रखें। ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ वाला रेशेदार फल और सब्जियों के खाने से भी इस परेशानी से बचा जा सकता है।