स्वच्छ्ता अभियान का आइकॉन समझे या देश का दुर्भाग्य
कूड़े बीनने वाले बच्चो को स्वच्छता अभियान का आइकॉन समझा जाय या देश का दुर्भाग्य समझा जाय . जिस तरह भारत सरकार अलग अलग अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगो के बीच पहुचाती है ठीक उसी तरह ऐसे बच्चो के लिए अभियान क्यों नहीं देश की तरकी तभी होगी जब देश के भविष्य यानी बच्चो का भविष्य उज्जवल किया जाए . भारत सरकार और प्रदेश सरकार मिल कर इसके प्रति अभियान चलाये जिससे ऐसे बच्चो के भविष्य के साथ साथ उनके परिवार का भी भविष्य बनाया जा सके . ऐसे एक बच्चे का भविष्य सुधरना मतलब उनके पुरे परिवार का भविष्य प्रकाशमय होने के बराबर है.
अरुण कुमार यादव (सम्पादक )