हक की लड़ाई के लिए शीला रावत की जंग है जारी, जानिए खबर
देहरादून | हक की लड़ाई के लिए शीला रावत की धरना प्रदर्शन रूपी जंग जारी है इसी क्रम में आज उत्तराखंड स्पेस एप्लिकेशन सेंटर (यूसेक) के डाइरेक्टर द्वारा 7 साल से कार्यरत्त महिला कर्मचारी का उत्पीड़न कर नियमविरुद्ध सेवा समाप्त करने के विरोध में अपनी मांगों को लेकर विभाग के बाहर पिछले एक माह से धरना दे रही महिला कर्मी शीला रावत के समर्थन में देहरादून के दीनदयाल उपाध्याय पार्क में तमाम राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने शीला रावत को न्याय दिलवाने को लेकर एक बैठक का आयोजन किया जिसमें वक्ताओं ने विभाग के डायरेक्टर की कार्यप्रणाली को लेकर रोष व्यक्त किया व उपरोक्त मामले पर सरकार की उदासीनता को देखते हुए सरकार की घोर आलोचना की। वक्ताओं ने कहा ये बड़े ही खेद का विषय है कि सरकार के मुखिया एक तरफ ज़ीरो टालरेंस की बात करते हैं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाते हैं वहीँ दूसरी तरफ उनके ही अपने लोग प्रदेश की बेटियों का उत्पीड़न कर रहे है जिसे मुखिया की सह पर किया जाने वाला कृत्य करार दिया गया। वक्ताओं ने शीला रावत की लड़ाई को मातृशक्ति के सम्मान व प्रदेश के हर पीड़ित वंचित की लड़ाई मानते हुए भविष्य में संगठित होकर इस लड़ाई को लड़ने का संकल्प लेते हुए बड़ा आंदोलन खड़ा कर सरकार को आइना दिखाने के लिए सड़कों पर उतरने की नीति बनाई व चरणबध्द तरीके से लड़ाई लड़ने का फैसला किया। इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारी सामाजिक, राजनीतिक व कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से प्रभात ध्यानी, शांति प्रसाद भट्ट , बीरेंद्र बिष्ट युधराज त्यागी, सुरेश नेगी, अमित जैन, भार्गव चन्दोला, सुलोचना बहुगुणा, कमला बहुगुणा, ज्ञानवीर त्यागी, गम्भीर सिंह चौहान ,आर्यन छात्र संगठन, पीपुल्स फ्रंट आदि के लोग मौजूद रहे।