आईपीएस तृप्ति भट्ट अपराधियो के लिए नाम नही एक खौफ़ है
समाजसेवा करने के उद्देशय से बैज्ञानिक की नौकरी छोड आईपीएस के माध्यम को अपनाने वाली आईपीएस अधिकारी तृप्ति भट्ट वर्तमान समय में सभी के लिए प्रेणना स्रोत बनी हुई है |अल्मोड़ा के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी तृप्ति भट्ट को संस्कार और सामाजिकता की शिक्षा घर से ही मिले मिली | पिता शिक्षक एसडी भट्ट व माँ निर्मला भट्ट के संस्कार के द्वारा ही तृप्ति भट्ट आज इस मुकाम पर है | पढाई के शुरूआती दौर में ही अपनी होनहारिता का परिचय हाईस्कूल में 94 प्रतिशत और इंटरमीडियट में 90 प्रतिशत से ही दे दिया था | इस उड़ान को पंख देने का काम उनके शिक्षक कमल जोशी ने किया |इंटरमीडियट के बाद तृप्ति भट्ट पंतनगर विश्वविद्यालय से मैकेनिकल से बीटेक किया | आसमान छूने की ललक ने तृप्ति को आईपीएस के इस सामाजिक सेवा के मोड़ पर ला खड़ा किया | अपने पहले पदभार में प्रशिक्षण के दौरान देहरादून जनपद के विकासनगर व ऋषिकेश में तीन माह तक काम करने का अवसर मिला | अवैध् खनन के लिए कुख्यात विकासनगर क्षेत्र में दो माह में इन्होंने अवैध खनन पर अंकुश लगा दिया दूसरे शब्दों में तृप्ति का नाम खनन माफियो के लिए डर बन गया हैं साथ ही साथ नशे पर भी नकेल कसने में कामयाब रही | वर्तमान समय में ऋषिकेश के अतिक्रमण के कारण बदसूरत हुई व्यवस्था को सुधारने का जिम्मा हाथ में लिया है |