लाखों की नौकरी छोड़ नारायण कृष्णन सैकड़ों गरीब लोगों का भर रहे पेट
आज के समय में जिनको दो वक्त का समय दूसरों के लिए नही होता लेकिन उन्ही लोगो में से अलग नारायण कृष्णन जिनके जीवन का पहला लक्ष्य गरीबों का पेट भरना है। नारायण कृष्णन पेशे से शेफ है जो एक फाइव स्टार के लिए काम करते हैं। उन्हें स्विटजरलैंड में एक नौकरी का ऑफर भी मिला था, लेकिन यूरोप जाने से पहले एक बार उन्हें किसी काम के चलते अपने घर जाना पड़ा और यहीं पर उनके जीवन का मकसद भी बदल गया। बातचीत में नारायण कृष्णन ने कहा की एक बार उन्होंने एक बुजुर्ग को अपनी भूख मिटाने के लिए अपना ही मल खाते देखा, जिसे देखकर उन्हें भीषण पीड़ा हुई। कृष्णन कहते हैं कि ऐसा देख उन्हें एक सेकेंड को झटका सा लगा और इसके तुरंत बाद उन्होंने उस बुजुर्ग को खाना खिलाना शुरू किया। उन्होंने यहीं से सोच लिया कि वह अपने जीवन में यही काम करेंगे।खुद का पेट नहीं भर पाने वालों की मदद के लिए 2003 में नारायण ने अपना ‘अक्षया ट्रस्ट’ नाम का एनजीओ शुरू किया। यहां वह 12 लाख लोगों को पेट भर खाना मुहैया कराते हैं। आज वह रोज कम से कम 400 लोगों का पेट भरते हैं।नारायण कृष्णन जैसे लोगो की वजह से आज दूसरों के लिए आदर्श बनने की कला अच्छी लगती है | उन्होंने कहा की मुझे ऐसा करने से मन को शुकुन मिलता है की आज मै इतने लोगो को भूखे पेट सोने नही दिया|