पीएमओ और रेलमंत्री दिखा रहे अच्छे दिन
मनमोहन सरकार की तुलना मोदी सरकार के अब तक के कामकाज को लेकर किया जाय तो मनमोहन सरकार के विभागी मंत्रालयों के कामकाज के तरीके और उससे जनता को लाभ मोदी सरकार में बहुत ही भिन्न दिख रहा है | उदाहरण के तौर पर मोदी सरकार में आम जनता के लिए पीएमओ की सक्रियता एक अच्छा संकेत है | जिस तरह से देश की आम जनता पीएमओ को चिठ्ठी एवम् ईमेल के द्वारा अपनी और सामाजिक समस्यों को भेज रही है उतने ही तीव्रता से उसका समाधान पीएमओ द्वारा किया जा रहा है वह मनमोहन सरकार को आईना दिखा रही है | देहरादून के जोहड़ी गांव के लोग 20 सालो से जाखन-जोहड़ी मार्ग पर स्ट्रीट लाइट के लिए संघर्षरत थे | वहा के निवासियो द्वारा इस समस्या का समाधान न निकलने पर केंद्र सरकार के पीएमओ को लेटर लिखा जिस पर पीएमओ विभाग तत्काल देहरादून मेयर को इस समस्या को दूर करने के लिए बोला | अब वर्तमान समय में वहा स्ट्रीट लाइट देहरादून मेयर द्वारा लगवा दिया गया | ऐसे ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट करने पर एक लड़की के छेड़खानी के सम्बन्ध में रेलवे फ़ोर्स पहुच जाती है | ट्रेन में 10 साल के बच्चों के भूखे होने पर एक ट्वीट पर भोजन मिल जाता है | बनारस से जोधपुर जा रहे परिवार प्रभु को किये एक ट्वीट पर उस परिवार के बिमार हुए बच्चे का ट्रेन में डॉक्टरों द्वारा ईलाज हो जाता है |