ट्रेन हादसे में दोनों पैर, एक हाथ और दो उंगली गंवा देने वाले सूरज ने आईएएस परीक्षा में लहराया परचम, जानिए खबर
मैनपुरी | खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है?’ कुछ ऐसा ही करके दिखा दिया है मैनपुरी के लाल सूरज तिवारी ने | आपको बता दें कि सूरज ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में 917 रैंक प्राप्त की है | सूरज ने मिसाल पेश करते हुए बताया है कि हालात चाहे कितने भी मुश्किल क्यों न हों, लेकिन कोशिश करने वालो की कभी हार नही होती | आपको जानकर आश्चर्य होगा कि सूरज के दोनों पैर और एक हाथ नहीं है | और दूसरे हाथ में केवल तीन उंगलियां हैं, लेकिन ये सूरज की मेहनत और लगन ही थी जिसकी बदौलत उन्होंने आज यह मुकाम हासिल की | कुछ साल पहले सूरज को एक ट्रेन हादसे में अपना एक हाथ और दोनों पैर गवाने पड़े थे | जबकि दूसरे हाथ में केवल तीन उंगलियां हैं | उनके पिताजी टेलर का काम करते हैं | सूरज तिवारी का परिवार मैनपुरी के कुरावली कस्बे का रहने वाला है | पिता का नाम राकेश तिवारी है, जो सिलाई की दुकान पर कपड़े सिलते हैं | सूरज के एक्सीडेंट के बाद बड़े भाई राहुल तिवारी की मौत भी रेल हादसे में हो गई थी | लेकिन आज घर में जश्न का माहौल है | बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है | वर्तमान में आईएएस सूरज के परिवार में मां-बाप के साथ एक बहन और दो भाई हैं | परिवार की भी आर्थिक स्थिति ठीक नही थी | लेकिन सूरज ने हिम्मत नही हारी और आज इस हिम्मत का परिणाम सभी के सामने है |