अब ईडी के निशाने पर यह मुख्यमंत्री , जानिए खबर
रांची | प्रवर्तन निदेशालय की दो अलग अलग टीमें रांची और रायपुर में सक्रिय हैं। रांची की टीम ने रांची के रजिस्ट्री कार्यालय जाकर जमीन के दस्तावेज ले गयी हैं। दूसरी तरफ रायपुर में ईडी की टीम ने झारखंड के शराब कारोबार पर अपनी जांच प्रारंभ की है। इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कई दस्तावेजों के साथ शराब सिंडिकेट के बारे में वर्तमान सरकार पर आरोप लगाये थे। जाहिर सी बात है कि दोनों राज्यों में ईडी की कार्रवाई के निशाने पर हेमंत सोरेन ही है लेकिन जिन मुद्दों को खंगाला जा रहा है, उनमें भाजपा के कई नेता और विधायक भी लपेटे में आ सकते हैं, यह बात जनता जानती है सिर्फ सरकारी अधिकारी नहीं जानते हैं। ईडी के अधिकारी शुक्रवार को अचानक रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचे।छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच के सिलसिले में ईडी ने छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एमडी व अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद से ही यह संभावना जताई जा रही थी कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच की आंच झारखंड तक भी आएगी। लेकिन शराब कारोबार के सिंडिकेट से झारखंड भाजपा के लोगों का भी परोक्ष जुड़ाव रहा है, यह बात शायद बहुत लोग नहीं जानते हैं। इसलिए यह माना जा सकता है कि ईडी की कार्रवाई का असली लक्ष्य हेमंत सोरेन ही हैं। फिर भी दोनों किस्म की जांच में अगर भाजपा के लोग फंसते नजर आये तो खनन मामले की तरह यह भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा, यह तय है।